देवल, ब्यूरो चीफ,सोनभद्र। ओबरा तहसील अंतर्गत बिल्ली-मारकुंडी क्षेत्र में स्वीकृत खनन पट्टा के आड़ में बड़े पैमाने पर पत्थर का अवैध खनन बेरोक-टोक कराया जा रहा है। क्षेत्र में सक्षम
प्रशासनिक अधिकारियों के साथ ही स्थानीय पुलिस की 24 घंटे मौजूदगी होने के बावजूद यह गोरखधंधा रूकने का नाम नहीं ले रहा है। संबंधित पट्टाधारक खुलेआम नियमों की धज्जियां उड़ा रहे है। नियम-विरूद्ध हो रहे पत्थर खनन से एक तरफ जहां भ्रष्टाचार के विरूद्ध जीरो टालरेंस की नीति पर कार्य कर रही सूबे की भाजपा सरकार की आम जनमानस में छबि धूमिल हो रही है तो वहीं दूसरी तरफ इस गोरखधंधे से राजस्व को भी प्रतिदिन लाखों रूपए की क्षति हो रही है। खदान क्षेत्र में आएदिन हो रहे हादसे में श्रमिक काल के गाल समा रहे हैं। बिल्ली-मारकुंडी में मेसर्स सांई बाबा स्टोन व मेसर्स मां कामाख्या स्टोन वर्कर्स के नाम से स्वीकृत खदान के पट्टाधारकों पर बिल्ली-मारकुंडी निवासी चन्दा कुमारी ने नियमों को ताक पर रखकर पत्थर का बड़े पैमाने पर अवैध खनन कराने का आरोप लगाया है। उप जिलाधिकारी को शिकायती पत्र सौंपकर मामले की जांच की मांग की है।
शिकायत कर्ता चन्दा कुमारी ने आरोप लगाते हुए बताया कि उक्त दोनों पट्टाधारकों द्वारा निर्धारित खनन से करीब दो गुना से अधिक पत्थर निकलवा लिया गया है। इससे उक्त खदानें काफी गहरी हो गई हैं, समय रहते यदि इस पर ध्यान नहीं दिया गया तो उक्त खदानों में कभी भी कोई अप्रिय घटना घट सकती है। बताया कि पूर्व में उसके पिता भैरो ने पत्थर के अवैध खनन की शिकायती किया था, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं की जा सकी है। चेतावनी दी कि उक्त दोनों खदानों में चल रहे अवैध खनन के खेल पर अंकुश नहीं लगा तो धरना प्रदर्शन करने को बाध्य होगी।