देवल संवादाता,पहसा। शक्ति आराधना के महापर्व नवरात्रि के तीसरे दिन मंगलवार को पहसा बाजार में प्रातः के लगभग दस बजे बड़ी संख्या में एकत्रित महिलाओं ने शराबियों के विरुद्ध अपनी एकजुट शक्ति का जोरदार प्रदर्शन किया। जिससे शराब विक्रेता,पीने वालों एवं प्रशासन के माथे पर चिंता की लकीरें खिंच गई।मामला हलधरपुर थाना क्षेत्र के पहसा बाजार के इटौरा मार्ग पर एक ही जगह पर स्थित देसी शराब, अंग्रेजी शराब एवं बियर की दुकान से संबंधित है। शराबियों की अभद्रता एवं आतंक से त्रस्त महिलाओं का समूह प्रातः के लगभग 10:00 बजे उक्त स्थान पर एकत्रित होकर पहसा इटौरा मार्ग को जाम कर दिया। सड़क जाम होते ही वहां अफरा तफरी मच गई।वाहनों की लंबी कतारें बढ़ने लगी ।सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष जगदीश प्रसाद विश्वकर्मा अपने सहयोगियों के साथ मौके पर पहुंचे किंतु महिलाएं कुछ भी सुनने को तैयार नहीं थी। मामला बिगड़ता देख कुछ ही समय में तहसीलदार सदर एवं आबकारी विभाग के अधिकारी भी मौके पर पहुंचकर आंदोलित महिलाओं समझाने लगे।
पूर्व में इन शराब की दुकानों को अन्यत्र हटाने का मिला था आश्वासन,इस संबंध में महिलाओं ने बताया कि विगत वर्ष भी इन शराब दुकानों को यहां से हटाने के लिए जिलाधिकारी को अवगत कराया गया था।जिसमें उन्होंने उक्त समस्या के समाधान का मौखिक आश्वासन भी दिया था। किंतु मार्च के महीने में ठेके बदलने के बावजूद दुकानों की यथास्थिति देख महिलाओं का आक्रोश आज फूट पड़ा। उनका कहना था कि शराब भट्टी के बगल में ही दलित बस्ती एवं यादव बस्ती है तो वहीं दूसरी तरफ पश्चिम दिशा में राजभर बस्ती एवं पूरा पहसा गांव है।दुकानों के पास ही हैं दो धार्मिक स्थल,महिलाओं ने यह भी कहा कि देसी शराब की दुकान के ठीक पीछे काली मां का मंदिर है तो वही बियर एवं अंग्रेजी के शराब की दुकान के पीछे भवानी मां का प्राचीन मंदिर है।