कृष्ण, देवल ब्यूरो, अंबेडकर नगर ।कथा व्यास महाराज राकेश मिश्रा जी कृष्ण जन्म की कथा सुनाई। भगवान राम व माता सीता के विवाह का वर्णन किया। स्वयंवर की कथा सुनकर भक्त भाव विभोर हो गए। तहसील क्षेत्र आलापुर के बालीपुर गाँव में चल रही सात दिवसीय श्री मद भागवत पाठ की श्रीराम कथा में कथा वाचक ने कहा कि राजा जनक के दरबार में भगवान शिव का धनुष रखा था। उस विशालकाय धनुष को कोई भी उठाने की क्षमता नहीं रखता था। एक दिन सीता ने घर की सफाई करते समय धनुष को उठाकर दूसरी जगह रख दिया इसे देखकर जनक आश्चर्य चकित हुए,क्योंकि धनुष किसी से उठता नहीं था। राजा ने प्रतिज्ञा कि जो इस धनुष पर प्रत्यंचा चढ़ाएगा, उसी से सीता का स्वयंवर होगा। स्वयंवर की निर्धारित तिथि पर सभी देश के राजा और महाराजाओं को आमंत्रित किया गया। धनुष को उठाने की कोशिश की गई,लेकिन सफलता नहीं मिली। गुरु की आज्ञा से श्रीराम ने धनुष उठाकर प्रत्यंचा चढ़ाने लगे तो वह टूट गया। इसके बाद सीता-राम का विवाह हुआ। कथा के मुख्य यजमान रमेश चंद्र तिवारी शीतला प्रसाद तिवारी अजय कुमार तिवारी जी ,इंद्र कुमार त्रिपाठी,राकेश त्रिपाठी मनोज कुमार तिवारी अखिलेश तिवारी अभय तिवारी दिवाकर त्रिपाठी राम प्रकाश मिश्रा अम्बेश मिश्रा सूर्यांश देवांश हरिद्वार विश्वकर्मा बब्बू गोला चैनू आदि भक्तजन मौजूद रहे ।