देवल संवाददाता, लखनऊ।कांग्रेस नेता राहुल गांधी के खिलाफ चल रहे मानहानि मामले में गुरुवार को एक बार फिर सुनवाई टल गई। एमपी/एमएलए कोर्ट में सुनवाई के दौरान परिवादी पक्ष की ओर से गवाह पेश नहीं किया जा सका जिसके चलते अब अगली सुनवाई की तिथि 15 अप्रैल तय की गई है।
गौरतलब है कि भाजपा नेता विजय मिश्रा ने 2018 में राहुल गांधी के खिलाफ यह मामला दर्ज कराया था। उन्होंने आरोप लगाया था कि कर्नाटक विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान राहुल गांधी ने एक अभद्र टिप्पणी की थी जिससे वे आहत हुए। करीब पांच साल चली कानूनी प्रक्रिया के दौरान राहुल गांधी कोर्ट में पेश नहीं हुए जिसके चलते दिसंबर 2023 में अदालत ने उनके खिलाफ वारंट जारी किया था। इसके बाद फरवरी 2024 में राहुल गांधी ने कोर्ट में सरेंडर किया जहां उन्हें 25-25 हजार रुपये के दो मुचलकों पर जमानत दी गई थी।
इसके बाद कोर्ट ने राहुल गांधी को बयान दर्ज कराने के लिए तलब किया। कई तारीखों के बाद 26 जुलाई 2024 को राहुल गांधी अदालत में पेश हुए और उन्होंने अपने बयान में स्वयं को निर्दोष बताया। उनका कहना था कि उनके खिलाफ राजनीतिक साजिश की जा रही है। इसके बाद अदालत ने वादी पक्ष को गवाह प्रस्तुत करने का निर्देश दिया लेकिन बार-बार सुनवाई टलती रही। 2 जनवरी को जिरह पूरी नहीं हो सकी जबकि 10 और 22 जनवरी को वकीलों की हड़ताल के कारण सुनवाई नहीं हो पाई।
30 जनवरी को राहुल गांधी के वकील की अस्वस्थता के चलते मामला आगे नहीं बढ़ सका। आखिरकार 11 फरवरी को राहुल गांधी के अधिवक्ता काशी प्रसाद शुक्ला ने परिवादी से जिरह की। इसके बाद अन्य गवाहों से जिरह के लिए तीन बार से नई तिथियां तय की जा चुकी हैं लेकिन सुनवाई आगे नहीं बढ़ पाई। अब 15 अप्रैल को अगली सुनवाई निर्धारित की गई है जिसमें राहुल गांधी के अधिवक्ता गवाह से जिरह करेंगे।