देवल, ब्यूरो चीफ,सोनभद्र। प्रकाश जीनियस पब्लिक इंग्लिश स्कूल में बुधवार को स्वामी महावीर जयंती के पूर्व संध्या पर जैन धर्म के 24 वे तीर्थंकर महावीर जयंती मनाई गई। इसकी शुरुआत राजेंद्र प्रसाद जैन के द्वारा किया गया। विद्यालय के छात्र-छात्राओं के द्वारा महावीर स्वामी की झांकी निकाली गई। राजेंद्र प्रसाद जैन के द्वारा बताया गया कि जैन धर्म एक प्राचीन भारतीय धर्म है जो समाज को धर्म ,नैतिकता और आत्मज्ञान का मार्ग दिखाता है जैन धर्म अपने आध्यात्मिक विचारों और इतिहास को 24 तीर्थंकरों के माध्यम से दर्शाता है तीर्थंकर का तात्पर्य या जो तारे ,तारने वाला तीर्थंकर को अरिहंत कहा जाता है , जिसका अर्थ होता है जिसने अपने भीतर के शत्रुओं पर विजय प्राप्त कर लिया। इस दिन तीर्थंकर के जीवन की पांच घटनाओं का जश्न मनाते हैं जिन्हें कल्याणक कहां जाता है हमें अपने जीवन में जैन धर्म के द्वारा दिए गए तत्व ज्ञान को जीवन में उतारना चाहिए तथा शिक्षा को अमल करना चाहिए। संतोष कुमार पांडे के द्वारा बताया गया कि महावीर स्वामी वह तीर्थंकर हैं जिसे स्वयं से संसार मृत्यु और पुनर्जन्म के चक्र पर विजय प्राप्त की है और दूसरे के अनुसरण के लिए एक मार्ग बनाया है ।इन्होंने सभी जीवित प्राणियों को अनुशासित, अहिंसा के माध्यम से आध्यात्मिक शुद्धता और ज्ञानोदय की शिक्षा देते है। इस अवसर पर अंबर उपाध्यक्ष, सुरेंद्र यादव शिक्षक मनोज दुबे,अपर्णा श्रीवास्तव ,आकांक्षा तिवारी ,पूजा शर्मा, नैंसी अग्रहरि,मनीष त्रिपाठी सीता पांडे, शिल्पी कश्यप आदि शिक्षक शिक्षिकाएं उपस्थित रहे।