कृष्ण, देवल ब्यूरो, अंबेडकर नगर ।
जनपद के अंतर्गत नगर पालिका परिषद टांडा ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय योजना के बाबत स्वर्जनिक तालाब सौंदर्यीकरण के कार्य को जनहित में कराए जाने के लिए शिव कुमार गुप्ता फर्म के नाम से ठेकेदार मोहित कुमार गुप्ता को लगभग 30 से 32 लाख का कार्य कराए जाने हेतु प्रस्तावित कार्ययोजना आवंटित की थी लेकिन गत एक वर्ष से अधिक समयावधि बीतने के बाद भी आवंटित फार्म ने नहीं किया पूरा सिर्फ तालाब से पानी निकाल कर उच्च अधिकारियों को किया जा रहा गुमराह आप को बता दे कि 2023 नवंबर से दिसंबर के बीच शिव कुमार गुप्ता फर्म के नाम पर ठेकेदार को पंडित दीनदयाल उपाध्याय योजना के अंतर्गत तालाब के सौंदर्यीकरण निर्माण के उद्देश्यों से कार्य आवंटित किया गया था लेकिन कार्य योजना बनने के बाद आवंटित होते ही भ्रष्टाचार के भेट चढ़ गई।उल्लेखनीय हैं कि नगर पालिका टांडा के अवर अभियंता ने मेसर्स शिवकुमार गुप्ता फर्म के ठेकेदार मोहित कुमार गुप्ता को दिनांक 16 मई 2023 को वार्ड संख्या 4 सिकंदराबाद में जनहित के विकास हेतु आवंटित किए गए टेंडर के बाबत सिकंदराबाद तिराहा सहाबुद्दीन के मकान से चाक घर तक नाली एवं सी.सी सड़क मार्ग निर्माण कार्य 15 वें वित्त राज्य योजना के मद से कार्य आदेश दिनांक 20 जून 2022 में निर्गत किया था जिसका कार्य पूर्ण कराने की समयावधि 20 सितंबर 2022 निर्धारित की थी उपरोक्त कार्य प्रकरण में भी पालिका टांडा ने अपूर्ण कार्य पर असंतोष जताया था इसी के उपरांत वार्ड संख्य 24 मोहल्ला छज्जापुर उत्तरी में ककरही मस्जिद से ऐज़ूबी के मकान तक नाली व इंटरलॉकिंग निर्माण कार्य में असंतोष जनक शब्दकोश की लिखित अंतिम नोटिस जारी कर निर्माण कार्य पर असंतोष व्यक्त किया था आप को बता दें कि इस ठेकेदार को तीसरे जनहित अथवा लोकहित में आवंटित किए जाने वाले निर्माण कार्य जो नगर पालिका परिषद टांडा क्षेत्र अंतर्गत मोहल्ला हयातगंज चौक घंटाघर के मरमत एवं सौंदरीकरण का निर्माण कार्य उपरोक्त पंजीकृत फर्म शिव कुमार गुप्ता के ठेकेदार को पालिका के निधि से दिनांक 29 नवंबर 2022 को निर्गत किया था जिस निर्माण कार्य को शर्तों के अधीन दिनांक 29 जनवरी 2023 तक पूर्ण कराने हेतु निर्देश जारी किया गया था उक्त कार्य में भी पंजीकृत फर्म के जिम्मेदार ठेकेदार ने अनियमितता बरतने का कार्य किया जिसमें पालिका के अवर अभियंता ने उक्त कार्य पर भी असंतोष व्यक्त करते हुए अंतिम नोटिस जारी किया था उसके बाद कहानी यहीं नहीं खत्म होती इस मनबढ़ ठेकेदार को चौथा टेंडर सागर हॉस्पिटल से डॉ अब्बास के क्लिनिक तक हॉट मिक्स प्लांट तक पिच रोड़ के निर्माण कार्य का प्रस्तावित कार्ययोजना पंडित दीनदयाल उपाध्याय योजना के अधीन टेंडर दिया था जो उक्त पंजीकृत फर्म को दिनांक 03 अगस्त 2022 को निर्गत किया गया था और उक्त निर्माण कार्य को 02 दिसंबर 2022 तक पूर्ण कराने का निर्देश दिया था लेकिन इस कार्य में भी पंजीकृत फर्म के जिम्मेदार ठेकेदार ने अनियमितता बरतने का कार्य किया इस पर भी पालिका के अवर अभियंता ने पंजीकृत फर्म के ठेकेदार को अंतिम नोटिस दिया। पांचवां कार्य 15 वें वित्त योजना के अंतर्गत ऑपरेशन कायाकल्प के अंतर्गत प्राथमिक विद्यालय मिरानपुरा (बालक) में विद्यालय की कक्षा का मरम्मत, फर्श, टाइल्स, शौचालय, यूरिनल व किचन मरम्मत के निर्माण कार्य का जिम्मा दिनांक 29 नवंबर 2022 को सौंपा जिसे पूर्ण कराने हेतु समयावधि 31 जनवरी 2023 तक पूर्ण कराने का आदेश दिया गया था लेकिन इस जनहित के विकास कार्य में भी अंतोगत्वा अनियमितता बरतने का कार्य पंजीकृत ठेकेदार द्वारा किया गया जिसपर पालिका ने अंतिम नोटिस दिनांक 16 मई 2023 को असंतोष व्यक्त करते हुए इस आशय की ठेकेदार को दी कि उपरोक्त योजना के अंतर्गत प्रस्तावित निर्माण कार्य को पूर्ण कराए जाने हेतु पंजीकृत फर्म को बार-बार मौखिक एवं लिखित रूप से निर्देशित किया जा रहा हैं, किंतु फिर भी अभी तक आप द्वारा प्रस्तावित विभिन्न स्थलों का निर्माण कार्य पूर्ण नहीं कराया गया। यह स्तिथि अत्यंत खेदजनक एवं आप की लापरवाही एवं उदासीनता का द्योतक हैं। उल्लिखित करते हुए पंजीकृत फर्म के ठेकेदार को पालिका टांडा के अवर अभियंता ने अंतिम नोटिस के माध्यम से कहा कि निर्देशित किया जाता हैं, कि उपरोक्त योजना अंतर्गत आवंटित निर्माण कार्य को तीन दिवस के अंदर पूर्ण करा कर लिखित रूप से अधोहस्ताक्षरी को अवगत कराया जाना सुनिश्चि किया जाए।अन्यथा की स्थित में आप के विरुद्ध अनुबंध की शर्तों के अधीन कार्रवाई हेतु संस्तुति सहित आख्या उच्चाधिकारियों को प्रेषित कर दी जाएगी जिसका संपूर्ण उत्तरदायित्व पंजीकृत फर्म के ठेकेदार का होगा किंतु फिर भी मनबढ़ ठेकेदार एवं लंबा रसूख रखने वाले दबंग ठेकेदार पर कार्रवाई की अंतिम रिपोर्ट तैयार कर उक्त पंजीकृत फर्म के ठेकेदार को काली सूची में डाल कर ब्लैकलिस्टेड नहीं किया गया जब की विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार लंबी डील कर ठेकेदार अपना बचाव कर लाखों के गमन इस तरह करने की आदतों में उच्च अधिकारियों को गुमराह कर करने में आज तक सफल होता रहा और उसके ऊपर सिर्फ नोटिस देकर पालिका के अवर अभियंता मौन धारण कर उच्च अधिकारियों को इसके खिलाफ रिपोर्ट प्रेषित नहीं करते जिसके कारण उसके ऊपर आज तक प्रभावी कार्रवाई का हंटर नहीं चल सका इसके कारण उक्त ठेकेदार का मन बढ़ा हुआ हैं। सरकार की योजनांतर्गत लंबे कार्य इसकी पंजीकृत फर्म पर आज तक हुए हैं। जिसमें लंबे पैमाने पर इसने बंदर बाट विभागीय अधिकारी के साथ कर गमन कर चुका हैं।ज्ञातव्य हो कि एक ताजा प्रकरण टांडा नगर पालिका परिषद क्षेत्र अंतर्गत सिकंदराबाद मोहल्ले में एक तालाब लगभग 2.5 बीघा जमीन में बसा है, जिस पर पूर्व समय से लोगो ने घर बनवा कर तरह-तरह से कब्जा कर लिया इसके लिए नगर पालिका टांडा ने उपजिलाधिकारी टांडा को पैमाईश कर खाली करवाने के लिए रिपोर्ट प्रेषित की थी उक्त कार्रवाई के क्रम में उपजिलाधिकारी ने टीम गठित कर पैमाईश का कार्य शुरू कराया गया लेकिन स्थानीय प्रशासन जब कब्जा हटवा पाने में सफल नहीं हुआ तो संबंधित फर्म शिव कुमार गुप्ता को निर्देशित किया कि जितने में तालाब खाली पड़ा है, तब तक उतने पर कार्य पूर्ण कराया जाए लेकिन संबंधित फर्म के जिम्मेदार ठेकेदार की तानाशाही रवैए से अभी तक सिर्फ तालाब से पानी निकाल कर कार्य पूर्ण दिखाया जा रहा हैं।बड़ी बात तो यह है, की 2023 में हुए पंडित दीनदयाल उपाध्याय योजना के अंतर्गत तालाब के सौंदर्यीकरण निर्माण कार्य में लंबा घोटाला किए जाने के उद्देश्यों से अभी तक सिर्फ तालाब से पानी निकालने का क्रम कर अधिकारियों को गुमराह किया जा रहा हैं।दरसल उक्त ठेकेदार का रसूख इत्ता लंबा है, की अधिकारी भी उस पर जांच कर कार्यवाई करने की सुधि लेने में रुचि नहीं लेते सब सेटिंग गेटिंग पर उसके ठेके का कार्य पूर्ण हो जाता हैं। आप को ज्ञात हो कि लगभग 2.5 बीघा जमीन में तालाब सौंदर्यीकरण के तहत लगभग 30 से 32 लाख का कार्य कराया जाना प्रस्तावित है, लेकिन संबंधितों के निर्देश के बाद भी ठेकेदार ने लंबान्तराल बीता कर सिर्फ तालाब से पानी निकाल कर लाखों के घोटाले किए जाने का इंतजार कर रहा हैं।फिरहाल जिलाधिकारी अविनाश सिंह को उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही पंडित दीनदयाल उपाध्याय योजना के अंतर्गत सिकंदराबाद में आवंटित फर्म शिव कुमार गुप्ता को मिले तालाब सौंदर्यीकरण निर्माण कार्य की जांच पड़ताल शुरू कर उसपर अनियमितता बरतने के बाबत कार्यवाही शुरू करनी चाहिए।