दैनिक देवल ,सोनभद्र। अवैध परिवहन,ओवरलोड को लेकर लगातार सख्ती के बाद भी सारे दावे फेल,लोकेशन माफियाओं का सिंडीकेट प्रशासनिक इंतजामों पर भारी पड़ रहा है। स्थिति यह है कि अंधेरा होते ही, हाइवे पर,ओवरलोड - बगैर नंबर वाले वाहनों की कतार लग जातीं है। इसके चलते लगने वाला भीषण जाम आवागमन करने वालों के लिए सिर दर्द का कारण बना हुआ है। आवागमन करने वालों की तरफ से किए जा रहे दावों को मौके पर मुआयना किया जा सकता है तो सच सामने आ जाएगा वहीं प्रशासनिक दावों के साथ प्रशासनिक इंतजामों पर कई सवाल खड़े करते नजर आ रहा है गुरमा मोड़ से टोल प्लाजा तक ओवर लोड ट्रकों कि लम्बी लाइन कतार बध्द सड़क जाम, रात साढ़े सात से साढ़े बजे के बीच किए रियल्टी टेस्ट में सामने आया कि अंधेरा गहराने के साथ ही,मारकुंडी के गुरमा मोड़ से लेकर लोढ़ी स्थित टोल प्लाजा तक ओवरलोड-बगैर नंबर प्लेट वाले वाहनों की कतार लग जा रही है। हालत यह है कि ओवरलोड के चलते, भारी वाहनों को महज 10 से 15 किमी की रफ्तार, पहले गेयर में, मारकुंडी घाटी की चढ़ाई चढ़नी पड़ रही है। इसी के साथ ओवरलोड वाहनों द्वारा दोनों साइड अपनी- अपनी तरफ से एक रफ्तार में चलने के कारण, दूसरे वाहन चालकों को
चेकिंग प्वाइंटों से धड़ल्ले से गुजरते मिले ओवरलोड वाहन बीच-बीच में लगने वाला भीषण जाम आवागमन करने वालों को परेशान करते,अंधेरा गहराने के साथ मारकुंडी घाटी से लोढ़ी टोल प्लाजा तक भीषण जाम की बनने वाली स्थिति भी लोगों को परेशान करके रख दे रही है। सिर्फ मारकुंडी घाटी, टोल प्लाजा ही नहीं, टोल प्लाजा से चंद मीटर की दूरी पर स्थित खनिज चेक पोस्ट, एआरटीओ कार्यालय और जिला अस्पताल-खनिज कार्यालय मोड़ के पास स्थित कथित चेकिंग प्वाइंट से भी ओवरलोड वाहन धड़ल्ले से गुजरते मिले। डीएम की सख्ती, लगातार कार्रवाई फिर भी ओवरलोड?भी खासी फजीहत झेलनी पड़ रही है। ओवरलोड को लेकर जहां पिछले दिनों डीएम खुद सड़क पर उतरकर चालान कर चुके हैं। वहीं, ओवरलोड-अवेध परिवहन पर अंकुश-चेकिंग के लिए गठित विशेष टीम भी रोजाना चेकिंग-कार्रवाई का दावा करती रहती है। बावजूद जिस तरह से रविवार की रात अंधेरा गहराते ही, ओवरलोड वाहनों की कतार हाइवे पर दौड़ती मिली, उससे लोकेशन माफियाओं और चेकिंग महकमे से जुड़े कुछ लोगों के साथ कथित सांठगांठ को लेकर तरह-तरह के सवाल सुलगते रहे। 24 घंटे टीम क्रियाशील, हो रही कार्रवाई : एआरटीओ प्रवर्तन लगातार चेकिंग-कार्रवाई के दावे के बावजूद अंधेरा गहराते ही ओवरलोड वाहनों की लगती लंबी कतार के मसले पर एआरटीओ प्रशासन धर्मवीर यादव से संपर्क साधा गया। कॉल रिसीव करने वाले ने ओवरलोड पर सवाल सुनते ही, नंबर किसी और का होने की बात कह, पल्ला झाड लिया। एआरटीओ प्रवर्तन राजशेखर यादव ने कहा कि वाहनों की लंबी कतार देखकर लग रह होगा। कुछ वाहनों पर खुले हाल में ओवरलोड दिखने के सवाल पर कहा कि लगातार टीमें सक्रिय हैं, कार्रवाई हो रही है। ज्येष्ठ खान अधिकारी शैलेंद्र सिंह से संपर्क साधा गया तो वह उपलब्ध ही नहीं हुए।