आमिर, देवल ब्यूरो, जौनपुर। यह तो सच है कि गरीबों का कोई नहीं होता... वह तो सिर्फ और सिर्फ भगवान भरोसे होते हैं... एक बार फिर ऐसी ही तस्वीर जिला महिला अस्पताल में देखने को मिली। यहां पर डॉक्टरों ने अस्पताल के स्टाफ की गर्भवती पत्नी को यह कहकर बाहर कर दिया कि पहले जाओ एक यूनिट ब्लड लेकर आओ... यह सुनकर उसका पति अपनी गर्भवती पत्नी को लेकर बाहर आ गया और शौचालय में उसकी पत्नी ने बच्चे को जन्म दिया और उसका नार भी नहीं काटा गया था। यह हृदय विदारक तस्वीर देखने के बाद हर कोई कह उठा कि इस संसार में वाकई गरीब का कोई नहीं होता।
एक तरफ जहां प्रदेश की योगी सरकार गरीब, मजलूमों के लिए स्वास्थ्य सुविधाओं का पिटारा खोल रही है। प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री लगातार स्वास्थ्य व्यवस्था सुधारने के लिए सरकारी अस्पतालों का निरीक्षण के अधिकारियों, डॉक्टरों को निर्देशित करते रहते हैं तो वहीं दूसरी तरफ जौनपुर की यह तस्वीर सरकारी व्यवस्था की कलई खोलकर रख दे रही है। अमर शहीद उमानाथ सिंह महिला अस्पताल में गुरुवार की रात जिला अस्पताल के बाहर बने शौचालय में तैनात सफाई कर्मचारी सतीश कुमार गौतम निवासी बनगांव थाना सरपतहा अपनी पत्नी गुड्डी को प्रसव पीड़ा होने पर महिला अस्पताल ले गया तो डॉक्टरों ने उसे यह कहकर बाहर का रास्ता दिखा दिया कि पहले ब्लड लेकर आओ। यह सुनकर वह परेशान हो गया और पत्नी को वापस शौचालय पर लेकर आ गया। वह दर्द से कराहती रही, तड़पती रही लेकिन उसे देखने वाला कोई डॉक्टर नहीं था। आखिरकार शौचालय में ही उसने बच्चे को जन्म दिया। हद तो तब हो गई जब बच्चे का नार भी नहीं काटा गया। जब यह खबर मीडिया की सुर्खियां बनी तो आननफानन में डॉक्टरों ने उसे एडमिट किया और उसे सरकारी सुविधाएं मुहैया कराई गईं।