संतोष मिश्रा, देवल संवाददाता, बूढ़नपुर। गाजियाबाद में हाल ही में सामने आई भ्रष्टाचार और अन्याय की घटना को लेकर बूढ़नपुर अधिवक्ता संघ के सदस्यों ने सोमवार को बारह बजे विरोध प्रदर्शन किया। संघ के अधिवक्ताओं ने जुलूस के रूप में चक्रमण कर अपना आक्रोश जताया और न्यायपालिका व पुलिस विभाग में फैले भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज बुलंद की।अधिवक्ता संघ के सदस्यों का कहना है कि गाजियाबाद की घटना में न्यायपालिका और पुलिस विभाग के कुछ अधिकारी भ्रष्ट गतिविधियों में शामिल पाए गए हैं, जिसके कारण आम जनता का न्याय व्यवस्था से भरोसा उठ रहा है। उनका मानना है कि न्यायपालिका और पुलिस विभाग को साफ-सुथरा रखने के लिए ऐसे दोषी अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।
प्रदर्शन के दौरान अधिवक्ताओं ने नारेबाजी करते हुए मांग की कि गाजियाबाद की घटना में शामिल जज और पुलिसकर्मियों को तुरंत प्रभाव से बर्खास्त किया जाए। अधिवक्ता संघ ने सरकार से मामले की गहराई से जांच कराने और दोषियों के खिलाफ कठोर कदम उठाने की मांग की। उनका कहना है कि अगर प्रशासन ने इनकी मांगों को अनसुना किया तो उनका आंदोलन और भी उग्र रूप ले सकता है।संघ के अध्यक्ष मिथिलेश कुमार सिंह, व मंत्री राम विनय यादव ने कहा कि इस घटना ने कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं और इससे न्याय प्रक्रिया पर भी लोगों का भरोसा कमजोर हुआ है। उन्होंने कहा कि जब न्याय के रखवाले ही भ्रष्टाचार में लिप्त होंगे तो समाज में न्याय की आशा कैसे की जा सकती है।बूढ़नपुर अधिवक्ता संघ ने सरकार और न्यायपालिका से अपील की है कि इस घटना में लिप्त सभी दोषियों को न्याय के कटघरे में खड़ा किया जाए और उन्हें उनके पदों से बर्खास्त कर भ्रष्टाचार के खिलाफ एक मिसाल कायम की जाए। इस मौके पर अधिवक्ता संघ अध्यक्ष मिथिलेश कुमार सिंह, मंत्री राम विनय यादव, दिनेश पांडेय, उमाशंकर पांडेय, जय प्रकाश पाण्डे, सुभाष चंद पांडेय, विजय प्रताप सिंह, योगेंद्र प्रताप यादव, सूर्य प्रकाश यादव, इंद्र प्रसाद मौर्य, जयराम वर्मा, आदि लोग मौजूद रहे।