दैनिक देवल ,सोनभद्र। जनपद का प्रमुख खनन उद्योग आए दिन अपनी कारगुजारियों को लेकर चर्चा में बना रहता है। मामला अवैध खनन का हो या फिर खनन से संबंधित निविदाओं का, खनन विभाग अपने ऊपर लगे भ्रष्टाचार के दाग को नहीं मिटा सका। कुछ ऐसा ही मामला खनन विभाग द्वारा 18 नवंबर 2024 को निकाले गए टेंडर में आसानी से देखा जा सकता है। उक्त टेंडर को लेकर भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष धर्मवीर तिवारी ने जिलाधिकारी को पत्र लिखकर बताया कि खनन विभाग ने बड़े व्यवसायियों को लाभ देने के लिए नियमों को दरकिनार कर टेंडर जारी किया है। बताया कि बिल्ली मारकुंडी में सड़क के किनारे पड़े अवैध डालो स्टोन व गिट्टी की ई- निविदा खनन विभाग द्वारा 18 नवंबर 2024 को पोर्टल के माध्यम से जारी किया गया है। पोर्टल पर जो समय सीमा विज्ञप्ति दी गई है वह शासनादेश संख्या 2021 उत्तर प्रदेश खनिज नियमावली का उल्लंघन है। इस तरह से निकाले गये टेंडर का लाभ सिर्फ बड़े व्यवसायियों को ही मिलेगा जबकि छोटे व्यवसाई इस रेस से ही बाहर हो जाएंगे। इसका प्रभाव परमिट की कालाबाजारी पर तो पड़ेगा ही साथ ही खनन सामग्री की कीमतों मैं भी उछाल आएगा, जबकि छोटे व्यवसायियों को शामिल करने से कीमतों पर अंकुश लगेगा। पोर्टल पर जारी खनिज सामग्री डोलो स्टोन के रूप में बताई गई है जिसकी कीमत 160 रुपए है, जबकि मौके पर भस्सी व हॉफ इंच की गिट्टी पड़ी हुई है जिसका रॉयल्टी रेट₹100 है। खनिज विभाग द्वारा पोर्टल पर गलत जानकारी प्रस्तुत करना दोषपूर्ण है। पूर्व जिलाध्यक्ष ने आरोपित करते हुए कहा कि खनन विभाग द्वारा यह टेंडर सुनियोजित तरीके से बनाया गया है ताकि बड़े व्यवसायियों को इसका लाभ दिया जा सके और छोटे व्यवसायियों को आगे आने का मौका न मिले। उन्होंने जिलाधिकारी से इस टेंडर से उत्पन्न दुर्व्यवस्था की जांच कर निरस्त करने की मांग की है।