राकेश, देवल ब्यूरो,सोनभद्र। जिलाधिकारी बीएन सिंह ने शनिवार को कलेक्ट्रेट सभागार में पोषण अभियान की जनपद स्तरीय पोषण कन्वर्जेन्स सम्बन्धी बैठक की। इस दौरान जिलाधिकरी ने कहा कि जिले के विकास व स्वस्थ्य समाज के लिए बच्चोंं का स्वस्थ्य होना जरूरी है। कुपोषण मुक्त गांव की संकल्पना के साथ ही अधिकारियों को गांव के हिसाब से कार्य आवंटित किये गये हैं।
डीएम ने कहा कि गांवों को शत-प्रतिशत कुपोषण मुक्त बनाये जाने हेतु प्रभावी कदम उठाये जायें। इस दौरान जिलाधिकारी ने पोषाहार वितरण के पश्चात पोषण टैंकर ऐप पर फीडिंग प्रगति की समीक्षा की। इसी प्रकार से जिलाधिकारी ने बीएचएनडी की बैठक रोस्टर सेशन के अनुसार कराने के निर्देश मुख्य चिकित्साधिकारी व जिला कार्यक्रम अधिकारी को दिये। जिलाधिकारी ने बाल विकास परियोजना अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि आंगनबाड़ी केन्द्रों पर पोषण अभियान के तहत कराये जा रहे कार्योंं की बेहतर ढंग से मानीटरिंग करना सुनिश्चित करें। अधिकारियों द्वारा पोषण अभियान के तहत मानीटरिंग व निरीक्षण के कार्यों मेंं शिथिलता न बरती जाये। उन्होंने कहा कि सैम-मैम बच्चों समय से पोषाहार व दवाएं उपलब्ध करायी जाये और उनके स्वास्थ्य का समय-समय पर परीक्षण भी करायी जाये। जिससे कि वह जल्द से जल्द स्वस्थ्य हो सकें। उन्होंने कहा कि बिटामिन-ए की गोली का वितरण 4 दिसम्बर से 3 जनवरी तक बच्चों के लिए दिया जाना है। जिसके लिए बाल विकास परियोजना अधिकारी, आंगनबाड़ी कार्यकत्री आपस में समन्वय स्थापित कर सभी आवश्यक कार्यवाही समय से पूर्ण करें। उन्होंने कहा कि पल्स पोलियो अभियान भी 8 दिसम्बर से प्रारम्भ होना है, जिसके लिए सभी आवश्यक तैयारियां समय से पूर्ण कर ली जायें। डीएम ने आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के अन्तर्गत आयुष्मान कार्ड बनाने की प्रगति की समीक्षा के दौरान कहा कि आयुष्मान कार्ड बनाने की प्रगति में सुधार नहीं हुआ तो सम्बन्धित अधिकारियों के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही की जायेगी। इस मौके पर जिला कार्यक्रम अधिकारी विनीत सिंह, डीसी मनरेगा, समस्त बाल विकास परियोजना अधिकारी समेत अन्य सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित रहे।