दैनिक देवल ,रामगढ़ सोनभद्र। रामगढ़ रेंज और मांची रेंज के अन्तर्गत तमाम गांवों में अवैध वन भूमि पर कब्जा किये जाने और हरे वृक्षों को काट कर बनभूमी का मामला प्रकाश में आया है, ग्राम पंचायत पनौरा में लगभग दो ढाई सौ बिघा, ग्राम पंचायत ढ़ोसरा में लगभग डेढ़ सौ बिघा एवं ग्राम लोड़ा में करीब सैकड़ों बिघा जमीन पर दबंगों द्वारा हरे वृक्षों का पातन कर कब्जा किया जा रहा है ग्रामीणों ने बताया कि कथित वन कर्मियों एवं बनभूमी माफियाओं द्वारा कब्जा कर जोत कोड़ किया जा रहा है, लोढ़ा गांव में वन दरोगा देवनाथ द्वारा सैकड़ों बीघा जमीन पर कब्जा करा दिया गया है, साथ ही वन विभाग द्वारा वर्ष 2020 में पल्हारी गांव में वनविभाग की भूमि पर पौधरोपण किया गया था, जिसे वन दरोगा देवनाथ ने अवैध रूप से लाभ प्राप्त करके जंगल की भूमि पर लगे पौधों को कटवाकर धान की रोपाई करवा दिया गया । वन दरोगा ने पल्हारी गांव के रहने वाले शंकर नामक व्यक्ति को वाचर रखा हुआ है, जिसके द्वारा वन दरोगा के कहने पर लोढ़ा गांव में सड़क किनारे की जमीन पर अपने साथी सुमेर तथा रामलाल को भी कब्जा करा दिया गया है। अवैध रूप से किए गए अतिक्रमण को लेकर वन दरोगा की नियति सही प्रतीत नहीं होती है। जिसकी सूचना प्रभागीय वनाधिकारी सोनभद्र को दिया गया था, लेकिन लगभग डेढ़ माह बाद भी उसकी जांच नहीं की गई। आज वार्ता करने पर प्रभागीय वनाधिकारी ने अभिज्ञता जताते हुए जांच करवाने की बात कही जो संदेस्पद है, इस प्रकरण में ग्रामीणों ने बताया कि बन दरोगा का कार्य संलिप्तता जग जाहिर है, कई सौ बिघा जमीनों पर हरें पेड़ों काट कर बनभूमी पर माफियाओं द्वारा कब्जा को देखते हुए बन दरोगा को तत्काल बर्खास्त करने की मांग करते हैं और हम सब ग्रामीण जिला धिकारी का ध्यान आकृष्ट कराते हुए जांच कर कार्रवाई कि मांग करते है।