आयकर इंस्पेक्टर रविकांत मिश्रा के घर डकैती व तिहरे हत्याकांड की कहानी रोंगटे खड़े करने वाली है। तत्कालीन चौकी इंचार्ज जोगी नवादा गजेंद्र त्यागी के अनुसार बदमाश जब रविकांत के घर में दाखिल हुए। तभी इंस्पेक्टर की मां पुष्पा देवी आहट होने पर सीढ़ी के पास आ गईं। वह कुछ बोल पाती कि समीर ने उनके सिर पर ईंट से वार कर दिया।आयकर इंस्पेक्टर रविकांत मिश्रा के घर डकैती व तिहरे हत्याकांड की कहानी रोंगटे खड़े करने वाली है। डकैती के लिए छैमार गिरोह की महिला बदमाश सास नाजिमा व बहू हाशिमा ने सुरेश शर्मा नगर में चादर बेचने के बहाने रेकी शुरू की। यह सिलसिला एक सप्ताह तक चला। तभी दोनों को पता चला कि रविकांत के घर सिर्फ तीन सदस्यों की ही गतिविधि है।पड़ोस में निर्माणाधीन मकान है जिससे उनके घर आसानी से दाखिल हुआ जा सकता है। इसके बाद दोनों गिरोह के बदमाश हसीन, उसके दोनों बेटे जुल्फाम और यासीन, चचेरे भाई समीर उर्फ साहिब उर्फ नफीस, फहीम उर्फ शंकर व वाजिद संग रविकांत के घर जा धमके। खूनी खेल के बाद बदमाश लूटपाट कर भाग गए।तत्कालीन चौकी इंचार्ज जोगी नवादा गजेंद्र त्यागी के अनुसार, बदमाश जब रविकांत के घर में दाखिल हुए। तभी इंस्पेक्टर की मां पुष्पा देवी आहट होने पर सीढ़ी के पास आ गईं। वह कुछ बोल पाती कि समीर ने उनके सिर पर ईंट से वार कर दिया। जब वह गिर गई तो लोहे की राड से तब तक वार किया, तब तक उनका भेजा नहीं निकल गया। इसके बाद बदमाश योगेश के कमरे में पहुंचे। वहां योगेश व उनकी पत्नी प्रिया सो रहीं थीं। बदमाशों ने दोनों के सोने के दौरान ही वार कर दिया। यहां भी तब तक वार किया, जब तक दोनों का भेजा नहीं निकल गया।बदमाशों की क्रूरता का अंदाजा इससे लगा सकते हैं कि प्रिया की दायीं तरफ की आंख तक निकाल ली। इसके बाद गिरोह के लोगों ने घर में कुछ नहीं छोड़ा और लूटपाट कर भाग खड़े हुए। इसके बाद कैंट क्षेत्र में रहने वाले सर्राफ राजू वर्मा से बात कर आभूषण बिक्री कर दिए थे।पुष्पा, योगेश व प्रिया की पोस्टमार्टम रिपोर्ट देख जज भी हैरान रह गए। आदेश में उन्होंने पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर एक टिप्पणी भी की। लिखा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के विश्लेषण से स्पष्ट है कि तीनों की हत्या पुशवत निर्मम तरीके से की गई। तीनों को तब तक मारा गया जब तक भेजा बाहर नहीं आ गया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार, योगेश के सिर पर छह सेंटीमीटर गहरा घाव था। ब्रेन टिश्यू तक बाहर निकला हुआ था। बाएं कान के ऊपर तीन सेंटीमीटर गहरा घाव था। भौंह के ऊपर भी तीन सेंटीमीटर का गहरा घाव था। पैराटाइल बोन भी टूटा पाया गया। बाएं कान से ऊपर की सभी हड्डियां टूटी थी।योगेश की पत्नी प्रिया का भी ब्रेन टिश्यू बाहर निकला हुआ था। दाहिनी आंख पूरी तरह बाहर निकली हुई थी। उस आंख की सारी हड्डियां भी टूटी थी। आयकर इंस्पेक्टर की बुजुर्ग मां पुष्पा देवी के सिर के अग्रभाग पर दाहिनें आंख के भौह के ऊपर की हड्डी टूटी हुई थी। सिर के अग्रभाग में बायीं तरफ तीन सेंटीमीटर का गहरा घाव था। उनकी मैगिला हड्डी भी टूटी हुई थी। इन चोटों से साफ हुआ कि तीनों का सिर ईंट से कुचलने के बाद बदमाशों ने लोहे की राड व सब्बल का भी प्रयोग किया और हत्या की। यह पोस्टमार्टम रिपोर्ट ही दोषियों के सजा का सबसे बड़ा आधार बनी।तिहरे हत्याकांड के बाद सुरेश शर्मा नगर में महीनों लोग डर के साये में थे। अमूमन बेहद शांत रहने वाले मुहल्ले में लोगों के बजाय पुलिस की आवाजाही बढ़ चुकी थी। फिर भी लोगों के मन का डर निकलने में काफी समय लग गया। इसके पीछे का सबसे कारण यह था कि जब बदमाश पकड़े गए तब उन्होंने अब तक 56 की बात स्वीकारी। पुलिस के अनुसार, उनके यह कहने का मतलब घटनाओं से था। इधर, दोषियों के सजा के दिन पीड़ित परिवार नहीं पहुंचा। फोन पर बातचीत से भी दूरी बनाए रखी।जोगी नवादा के तत्कालीन चौकी इंचार्ज एवं वर्तमान में इंस्पेक्टर रामपुर गजेंद्र त्यागी के अनुसार, तीन लोगों की हत्या का राजफाश उस वक्त की बड़ी चुनौती थी। राजफाश के लिए सिर्फ एक सप्ताह का अल्टीमेटम मिला था। इस बीच अपराध की प्रवृत्ति से राजफाश को काफी बल मिला। मुखबिर से वाजिद के बारे में जानकारी मिली। उसके पकड़े जाने के बाद तो पूरी कहानी ही खुल गई।एक-एक कर जब सारे बदमाश पकड़े गए तो पूछताछ में अब तक-56 की बात स्वीकारी। जेल जाने के बाद भी बदमाशों ने पीछा नहीं छोड़ा और जेल से धमकी भिजवाने लगे। यहां तक की जानलेवा हमला भी किया। इधर, रविकांत के घर के सामने रहने वाले सेवानिवृत्त ग्राम विकास अधिकारी अजय सक्सेना ने भी घटना की भयावहता बयां की। उन्होंने कहा बदमाशों ने जिस क्रूर तरीके से तीनों की हत्या की, उससे सभी सहम गए थे।