अंबेडकरनगर में मनरेगा योजना के तहत काम करने वाले मजदूरों का नवम्बर से करीब 25 करोड़ रुपए का भुगतान न होने से मजदूर आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं। दूसरी तरफ ग्राम पंचायतों में पक्के निर्माण का करीब 24.85 करोड़ रुपए का भी भुगतान न होने के कारण 162 ग्राम पंचायतों में पक्के निर्माण कार्य बन्द है।मनरेगा योजना के तहत जिले में दो लाख 89 हजार 696 जॉब कार्ड धारक हैं। इसमें दो लाख 12 हजार 489 सक्रिय जॉब कार्डधारक हैं। इन जॉब कार्ड धारकों द्वारा काम तो किया गया, लेकिन इनके मजदूरी का भुगतान नवंबर माह से अब तक नहीं हो सका है। इनका करीब 25 करोड़ मजदूरी भुगतान लंबित है। मजदूरी न मिलने से मनरेगा मजदूर आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं उनके सामने रोजमर्रा की चीजें को खरीदने में मुश्किलें खड़ी हो रही हैं।ग्राम पंचायतों में 19 जुलाई 2023 के बाद से हुए पक्के निर्माण का 24 करोड़ 85 लाख 50 हजार रुपए का भी भुगतान अब तक नहीं हो सका है। जिससे जिले की 899 ग्राम पंचायत की तुलना में 162 ग्राम पंचायत में पक्का निर्माण पूरी तरह से ठप है। जिन 737 गांवों में कार्य चल भी रहा है। वहां ज्यादातर कच्चा निर्माण चल रहा है।मनरेगा उपायुक्त राजेंद्र प्रसाद ने बताया कि केंद्र सरकार ने मजदूरी व निर्माण की राशि प्रदेश सरकार को उपलब्ध कराई है। जल्द ही इसमें से राशि जिले में भी पहुंच जाएगी। जिसके बाद भुगतान हो जाएगा।