सिनेमा जगत के बेहतरीन फिल्म निर्देशकों में से एक संजय लीला भंसाली कल अपना 64वां जन्मदिन मनाने जा रहे हैं। एडिटर और असिस्टेंट के बाद डायरेक्शन के क्षेत्र में भंसाली ने कैसे अपना करियर शुरू किया और बचपन में उन्होंने किस हाल में दिन गुजारे आइए आपको उनके बारे में कुछ ऐसी बातें बताते हैं जो आप शायद ही जानते होंगे।शानदार सेट, शाही किरदार, गानों में गहराई और दमदार कहानी..., संजय लीला भंसाली (Sanjay Leela Bhansali) की फिल्मों की खासियत यहीं खत्म नहीं होती है। एडिटर और असिस्टेंट बनकर अपना करियर शुरू करने वाले भंसाली आज सिनेमा के मंझे हुए निर्देशक हैं। उन्होंने सिनेमा को हम दिल दे चुके सनम, देवदास, पद्मावत, राम-लीला और ब्लैक जैसी ब्लॉकबस्टर फिल्में बनाकर इतिहास रच दिया।24 फरवरी 1963 को मुंबई में जन्मे संजय लीला भंसाली कल अपना 61वां जन्मदिन मनाने जा रहे हैं। फिल्मी दुनिया में सिक्का चलाने वाले भंसाली के पिता नवीन भंसाली भी प्रोड्यूसर हुआ करते थे, जिन्होंने जहाजी लुटेरा (1958) जैसी फिल्मों का निर्माण किया था। पिता भले ही ग्लैमर वर्ल्ड से जुड़े रहे, लेकिन भंसाली की हालत कुछ खास नहीं रही।संजय लीला भंसाली की जिंदगी कोई आलीशान नहीं रही। उनका बचपन गरीबी में बीता। वह और उनकी बहन अपने माता-पिता के साथ चॉल में रहा करते थे। मां कपड़े सिलकर गुजारा करती थीं। साल 2019 में फिल्म कंपैनियन को दिए एक इंटरव्यू में भंसाली ने खुलासा किया था कि उनका बचपन कैसा बीता था।एक और इंटरव्यू में संजय लीला भंसाली ने कहा था कि छोटे से घर में उनका दम घुटता था, क्योंकि उन्हें क्लॉस्टेरोफोबिया (बंद जगह में डर लगना) था। हालांकि, पारिवारिक परिस्थितियों के चलते वह उस हाल में रहने के लिए मजबूर थे।