क्राइम ब्रांच ने वाहन चोरों का अन्तर्राज्यीय गिरोह का पर्दाफाश करते हुए चार बदमाशों को गिरफ्तार किया है। आरोपितों से पुलिस ने पांच वाहन बरामद किए हैं। आरोपित ऑनडिमांड कार चोरी करते थे। एक्सीडेंटल टोटल लॉस श्रेणी के वाहन बीमा कंपनी से नीलामी में खरीदकर उसके इंजन एवं चेसिस नंबर चोरी किए गए वाहन पर चढ़ाकर वाहनों को सस्ते दाम में बेच देते थे।क्राइम ब्रांच ने वाहन चोरों का अन्तर्राज्यीय गिरोह का पर्दाफाश करते हुए चार बदमाशों को गिरफ्तार किया है। आरोपितों से पुलिस ने पांच वाहन बरामद किए हैं। आरोपित ऑनडिमांड कार चोरी करते थे। एक्सीडेंटल टोटल लॉस श्रेणी के वाहन बीमा कंपनी से नीलामी में खरीदकर उसके इंजन एवं चेसिस नंबर चोरी किए गए वाहन पर चढ़ाकर वाहनों को सस्ते दाम में बेच देते थे। पुलिस का कहना है कि गिरोह के चार बदमाश फरार हैं। उनकी तलाश की जा रही है।एसीपी क्राइम अजीत कुमार के मुताबिक सूचना के आधार पर बझेड़ा कलां निवासी आलम पुत्र खुर्शीद, सरधना निवासी फजर पुत्र भूरा, जोधपुर निवासी साजिद खान पुत्र शरीफ एवं समीर पुत्र युसुफ को गिरफ्तार किया। आरोपितों की निशानदेही पर पुलिस ने दिल्ली के गीता कॉलोनी से चोरी हुई क्रेटा, शाहीन बाग दिल्ली से चोरी हुई स्विफ्ट, जसौला विहार मेट्रो स्टेशन के पास से चोरी हुई बलेनो, गाजियाबाद से चोरी हुई आई-20 एवं एक स्विफ्ट डिजायर कार बरामद की है।आरोपितों से पूछताछ में पता चला कि यह गिरोह दिल्ली-एनसीआर में सक्रिय है। जोधपुर निवासी साजिद एवं समीर मेरठ के सरधना निवासी फजर को फोन कर गाड़ियों की मांग करते थे। इसके बाद फजर एवं आलम एनसीआर में रेकी कर कार चोरी कर लेते थे।आरोपितों ने पुलिस को बताया कि कार चोरी करने के बाद वह पहले नंबर प्लेट बदलते हैं। इसके बाद जीपीएस मिलने पर उसे निकालकर फेंक देते हैं। जोधपुर के साजिद और समीर बीमा कंपनी से नीलामी में खरीदे गए वाहन के इंजन नंबर और चेसिस नंबर उपलब्ध कराते हैं।फरार आरोपित सोहेल उर्फ शीला चोरी किए गए वाहन पर टोटल लास वाहन की इंजन और चेसिस नंबर लगा देते हैं। इसके कागज भी तैयार किए जाते हैं। इसके बाद फर्जी कागजों के आधार पर वाहन को बेच दिया जाता है। पुलिस का कहना है कि इस मामले में सोहेल उर्फ शीला, गुफरान उर्फ भुल्लन, खालिद और नदीम फरार हैं।पुलिस से बचने के लिए आरोपित वॉट्सऐप पर ही मैसेज एवं कॉल करते हैं। मोबाइल भी आपस में मिलते समय फ्लाइट मोड पर रखते हैं। चोरी किए गए वाहन की बिक्री होने पर मुनाफा आपस में बांट लेते हैं।