वाराणसी। थाना चौबेपुर क्षेत्र के चिरईगांव में शनिवार को लोक चेतना समिति चिरईगांव के प्रांगण में क्रिसमस मिलन समारोह कार्यक्रम का आयोजन किया गया, ज्ञातव्य हो कि लोक चेतना समिति एक स्वयं सेवी संस्था है जो समाज में संवैधानिक समाज निर्माण और सर्व धर्म समभाव की दिशा में लोगो को जागरूक करने का काम करती है ।इसी उद्देश्य को लेकर क्रिसमस मिलन कार्यक्रम का आयोजन किया गया,जिसका विषय मानव सेवा ही सर्वोच्च सेवा है कार्यक्रम का विषय प्रवेश करते हुए संस्था अध्यक्ष नीति भाई ने संबोधित करते हुए कहा कि बनाते हुए कहा कि मानव सेवा ही सर्वोच्च सेवा है पर पूरी दुनिया में जिस तरह से युद्ध और हिंसा हो रही है वह दर्शाता है कि लोगो में प्रेम और सेवा की भावना की कमी हो रही है,इसलिए संस्था निरंतर सर्वधर्म समभाव पर कार्य करती है। मानवाधिकार कार्यकर्ता एडवोकेट रामदुलार भाई ने कहा कि प्रभु यीशु समस्त मानवी दुखो को समाहित कर निवारण करने का संदेश देते है।सामाजिक कार्यकर्ता शबनम ने कहा कि मानवता का असली शब्द इंसानियत है हमे अपने अंदर इंसानियत जिंदा रखने की जरूरत है,और इसके लिए शिक्षा जरूरी है।जीवन ज्योति की सिस्टर आइरिन ने संबोधित करते हुए कहा कि जन सेवा ही परमेश्वर की सेवा है गरीबों,रोगियों,दलितों की सेवा करना ही सर्वोच्च मानव सेवा है,प्रभु यीशु के लिए कोई छोटा बड़ा नही है,वह कहते है गरीबों,वंचितों में ही परमेश्वर निवास करते है।एडवोकेट ओमप्रकाश जी ने कहा कि जब जब इस धरती पर अत्याचार बढ़ता है तो महापुरुष जन्म लेते है और इसी कड़ी में प्रभु यीशु मसीह ने जन्म लिया और संदेश दिया कि सभी से प्रेम करना और मानव मात्र की सेवा करना ही सर्वोच्च सेवा है। एपवा की कुसुम वर्मा ने कहा कि हम एक मनुष्य है और मानव धर्म ही सबसे अच्छा है,नफरत और हिंसा से दूर रहने की जरूरत है।लोक समिति चिरईगांव अध्यक्ष कमलेश ने कहा कि संविधान में भी सेवा का भाव निहित है,और मानव सेवा तभी सफल होगी जब हमे हमाराअधिकार पता हो।संस्था सचिव जयंत भाई ने संबोधित करते हुए कहा कि मानव सेवा ही ईश्वरीय सेवा है।प्रभु यीशु यहूदी समाज में जन्मे और इसी समाज ने उन्हें मार डाला कारण कि उन्होंने लोगो को सवाल करने के लिए प्रेरित किया उनका संदेश है यदि आप मेरे बताए रास्ते पर चलना चाहते हो तो मेरे साथ आओ सभी से प्रेम करने का संदेश दिया।प्रभु यीशु ने अपने धर्म में फैली कुरुतियो पर ही सवाल खड़ा किया,हम उन्हे सच्चा समाज सुधारक और सच्चे धार्मिक के रूप में देखते है।अध्यक्षीय संबोधन करते हुए सर्व सेवा संघ के संयोजक रामधीरज भाई ने कहा कि आज वर्तमान परिस्थिति में हम सब अपने अपने धर्मो को श्रेष्ठ मानने के चक्कर में मानवता को खोते जा रहे है और एक दूसरे को नीचा दिखाने के चक्कर में मानवता का हनन कर रहे है जबकि मानव सेवा ही सर्वोच्च सेवा है और यही सच्चा धर्म है। कार्यक्रम के बीच बीच में चेतना छात्रावास की किशोरियों द्वारा विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया।कार्यक्रम में चिरईगांव व चोलापुर के क्षेत्रीय ग्रामीण चेतना छात्रावास की किशोरियों के अभिभावक समेत सैकड़ों लोगों की भागीदारी रही। सर्वधर्म प्रार्थना के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया। कार्यक्रम का संचालन पंकज दयाल,स्वागत संस्था निदेशिका रंजू सिंह,धन्यवाद वरिष्ठ संस्था साथी सुरेंद्र भाई ने किया।