देवल संवाददाता, मऊ। जिलाधिकारी प्रवीण मिश्र की अध्यक्षता में जनपद स्तरीय धरती माता बचाओ निगरानी समिति की बैठक आज कलेक्ट्रेट सभागार में संपन्न हुई। जनपद स्तर पर इस समिति की यह प्रथम बैठक थी। बैठक के दौरान जिला कृषि अधिकारी ने बताया कि धरती माता बचाओ निगरानी समिति का मुख्य उद्देश्य मिट्टी के स्वास्थ्य में सुधार, वायु प्रदूषण को कम करना और भूमि की उर्वरता को बनाए रखना है। इसके लिए तहसील एवं ग्राम स्तर पर भी धरती माता बचाओ निगरानी समितितो का गठन किया जा चुका है। बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने रासायनिक उर्वरकों की खपत को कम करने तथा प्राकृतिक उर्वरकों को बढ़ावा देने हेतु उपस्थित अधिकारियों एवं प्रतिनिधियों से जानकारी ली। कृषि विज्ञान केंद्र पिलकी के वैज्ञानिक डॉक्टर प्रशांत ने बताया कि मृदा परीक्षण के उपरांत ही रासायनिक उर्वरकों का प्रयोग किया जाए। आईपीएल कंपनी के राघवेंद्र ने बताया कि को जैविक उर्वरकों के प्रयोग को बढ़ावा देना जरूरी है। इसके लिए किसानों को जागरूक करना होगा।जिला उद्यान अधिकारी ने फसल अवशेष प्रबंधन के प्रति किसानों को जागरूक करने,तथा देसी विधियों से तैयार खाद का प्रयोग करने हेतु उन्हें प्रेरित करना आवश्यक बताया।उन्होंने भी मृदा परीक्षण को आवश्यक बताया। जनपद के थोक विक्रेता बिहारी बाबू ने कहा कि किसानों को जैविक उर्वरकों उर्वरकों के प्रयोग हेतु प्रशिक्षित किया जाए तथा मृदा परीक्षण अवश्य कराया जाए। जिला कृषि अधिकारी ने भी उर्वरकों के संतुलित प्रयोग हेतु किसानो को जागरूक करने तथा फसल चक्र अपनाने पर जोर दिया। जिलाधिकारी ने जिला कृषि अधिकारी को किसानों को जागरूक करने हेतु मेकैनिज्म तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने यथासंभव अधिक से अधिक मृदा परीक्षण कराने तथा किसानों को रासायनिक उर्वरकों से होने वाली हानि तथा जैविक उर्वरकों से होने वाले फायदे से अवगत कराने हेतु आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने को कहा। उन्होंने कहा कि मिट्टी के स्वास्थ्य में सुधार एवं वायु प्रदूषण को कम करने तथा भूमि की उर्वरता बनाए रखने हेतु मिट्टी की जांच के बाद ही खाद और कीटनाशकों का प्रयोग, रासायनिक उर्वरकों का अत्यधिक प्रयोग न करने तथा पराली जलाने की बजाय मल्चर,हैप्पी सीडर तथा कंपोस्टिंग जैसे तरीके अपनाने के लिए किसानों को प्रेरित करें जिससे मिट्टी के स्वास्थ्य सुधार के साथ ही साथ पर्यावरण संरक्षण भी हो सके।इस दौरान उन्होंने जिला कृषि अधिकारी को तहसील एवं ग्राम स्तरीय धरती माता बचाओ निगरानी समिति की सक्रियता बढ़ाने हेतु भी आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए। जनपद स्तरीय निगरानी समिति में जिलाधिकारी अध्यक्ष तथा जिला कृषि अधिकारी संयोजक के अलावा अन्य विभागों के अधिकारी सदस्य भी हैं। तहसील स्तर पर इस निगरानी समिति के अध्यक्ष उप जिलाधिकारी तथा ग्राम स्तर पर निगरानी समिति के अध्यक्ष ग्राम प्रधान हैं। जिलाधिकारी ने बेहतर कार्य योजना तैयार कर इस दिशा में आवश्यक कदम उठाने के निर्देश जिला कृषि अधिकारी को दिए। इस दौरान मुख्य विकास अधिकारी प्रशांत नागर,जिला उद्यान अधिकारी संदीप कुमार गुप्ता,जिला कृषि अधिकारी सोमपाल गुप्ता सहित जनपद के रासायनिक उर्वरक दुकानों के थोक विक्रेता तथा रासायनिक उर्वरक कंपनियों के जनपद स्तरीय प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे।
जैविक उर्वरकों के प्रयोग को दे बढ़ावा,किसानों को करें जागरूक - जिलाधिकारी
दिसंबर 30, 2025
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