देवल संवाददाता, आज़मगढ़। जिले के कोतवाली थाना क्षेत्र में भूमि विवाद में हुई रजनीश पाण्डेय की हत्या का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। पुलिस ने चार अभियुक्तों को गिरफ्तार कर उनके पास से घटना में प्रयुक्त तमंचा, कारतूस व अन्य साक्ष्य बरामद किए हैं।
वादी राघव पाण्डेय निवासी मार्रा कर्मनाथपट्टी ने बीते 6 दिसम्बर को कोतवाली थाने में तहरीर दी थी कि उनके पुत्र रजनीश पाण्डेय (45 वर्ष) का लगभग बीस वर्षों से नगीना सिंह, इन्द्रसेन, भीमसेन, उग्रसेन निवासी पुरूषोत्तमपुर बनकट थाना मुबारकपुर तथा आज़म पुत्र अलीम निवासी दाऊदपुर बाघखालीस थाना जीयनपुर से तीन बीघा भूमि को लेकर गंभीर विवाद एवं मुकदमेबाजी चल रही थी। आरोपियों द्वारा कई बार जान से मारने की धमकी भी दी गई थी।
बीते छह दिसंबर की शाम करीब 06:30 बजे जब रजनीश अपनी पत्नी के पास आज़मगढ़ लौट रहे थे, तभी सिकरौड़ा पुलिया पर घात लगाए बैठे अभियुक्तों ने उन्हें रोक लिया, जहां ललकार के बाद नगीना सिंह ने तमंचे से सीने पर गोली मार दी, जिससे बाद में इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई। इस घटना में पुलिस मुकदमा दर्ज कर जांच कर रही थी । वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. अनिल कुमार के निर्देशन में प्रभारी निरीक्षक यादवेन्द्र पाण्डेय की टीम ने बीती को रात शिवालिक मेडिकल कॉलेज सिक्स लेन के पास से वांछित चार अभियुक्त नगीना उर्फ रामनगीना सिंह, इन्द्रसेन उर्फ संतोष सिंह, भीमसेन उर्फ गुलगुल सिंह और उग्रसेन उर्फ लाडो सिंह को गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ में सभी अभियुक्तों ने स्वीकार किया कि लंबे समय से चल रहे भूमि विवाद, लगातार मुकदमों और तनाव के चलते उन्होंने पूर्व-नियोजित षड्यंत्र के तहत सामूहिक रूप से रजनीश की हत्या की और गोली नगीना सिंह द्वारा चलाए जाने की पुष्टि भी अभियुक्तों ने की है।
