देवल संवादाता,वाराणसी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एसआईआर की समीक्षा बैठक के लिए दोपहर करीब सवा दो बजे वाराणसी पहुंचे। सर्किट हाउस में भाजपा पदाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक करने से पहले उन्होंने अफसरों से मुलाकात की।
10 दिसंबर को काशी विद्यापीठ में पिस्टल लहराने और पुलिस के सामने ही मारपीट मामले पर भी नाराजगी जताई। कहा कि पता करिए यह कौन लोग हैं। क्या पूर्व छात्र हैं, जो इस तरह के मामलों को आगे बढ़ाते हैं। आए दिन इस तरह के मामले विश्वविद्यालयों में होना ठीक नहीं हैं। मुख्यमंत्री ने चिन्हित कर कार्रवाई के निर्देश दिए।
समीक्षा बैठक के दौरान वह कोडीनयुक्त कफ सिरप में कार्रवाई से संतुष्ट नहीं दिखे और कहा कि कार्रवाई में हुई देरी हुई है। जल्दी और तेज कार्रवाई की जानी चाहिए थी। सूत्रों के मुताबिक, मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि छोटे स्टॉकिस्टों पर कार्रवाई हो रही है, जबकि बड़े लोगों को भी पकड़ा जाना चाहिए था।
कालभैरव मंदिर में हुई दर्शन के नाम पर दलाली करने वालों को पिछले दिनों पकड़ा गया था। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि ऐसे लोगों आगे भी चिह्नित करें और लगातार कार्रवाई करें। वहीं मोहनसराय सड़क का निर्माण जल्दी पूरा करने के निर्देश अफसरों को दिए।
वाराणसी में पिछले दिनों विश्वविद्यालयों में हुईं घटनाएं
10 दिसंबर - काशी विद्यापीठ में लड़कोंं ने पिस्टल लहराई और पुलिस के सामने मारपीट की गई।
3 दिसंबर की आधी रात बवाल - बीएचयू में 300 छात्र और 200 सुरक्षाकर्मियों में भिड़ंत, छह घंटे चला बवाल।
11 नवंबर - डेंटल फैकल्टी के जूनियर रेजिडेंट (जूनियर डॉक्टर) की रविवार की देर रात कुछ मुंह बांधकर बाइक पर आए छह युवकों ने पिटाई की है।
13 अक्तूबर - आईआईटी बीएचयू में वार्षिक खेल उत्सव स्पर्धा के दौरान रविवार को छात्रों के दो गुटों में मारपीट हो गई।
11 अक्तूबर - बिड़ला हॉस्टल के छात्रों और प्रॉक्टोरियल बोर्ड के सुरक्षा कर्मियों के बीच बवाल
8 अक्तूबर - ट्रॉमा सेंटर में बाउंसर और छात्रों में मारपीट हो गई।
1 सितंबर - आईआईटी बीएचयू और बिरला हॉस्टल के 500 से ज्यादा छात्रों के बीच मारपीट और पत्थरबाजी।्र
30 अगस्त - बीएचयू के ट्रॉमा सेंटर में छात्रों और बाउंसरों के बीच मारपीट।
9 अगस्त - बिरला हॉस्टल के छात्रों का प्रदर्शन और मारपीट के मामले में 6 छात्रों पर प्राथमिकी।
29 जुलाई- बीएचयू के तेलुगु विभागाध्यक्ष प्रोफेसर चेल्ला रामामूर्ति के साथ मारपीट कर उनके दोनों हाथ तोड़े गए।
22 अप्रैल - पीएचडी में दाखिले को लेकर पिछले छह दिनों से धरने पर बैठी छात्रा अर्चिता सिंह के समर्थन में पहुंचे करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीर प्रताप सिंह वीरू के साथ विवाद और झड़प।