पारंपरिक विरासत के संरक्षण और कृषि सूचना तंत्र के सुदृढ़ीकरण पर केंद्रित “किसान महोत्सव/विराट किसान मेला” का हुआ शुभारंभ
कृष्ण, देवल ब्यूरो, अंबेडकर नगर ।जिले में कृषि सूचना तंत्र के सुदृढ़ीकरण एवं कृषक जागरूकता कार्यक्रम योजना के तहत “किसान महोत्सव/पारंपरिक विराट किसान मेला” का भव्य आयोजन आरंभ हुआ। यह मेला 4 दिसंबर से 07 दिसंबर 2025 तक आयोजित किया जा रहा है, जिसका उद्देश्य किसानों को नई तकनीक, योजनाओं, जैविक खेती, मिलेट्स उत्पादन तथा कृषि विविधीकरण के बारे में जागरूक करना है।कार्यक्रम में मंचासीन अधिकारी जिला कृषि उपनिदेशक अखिलेश सिंह ने कहा कि कृषि क्षेत्र में तेजी से हो रहे बदलाव का लाभ किसानों तक पहुंचाना सरकार की प्राथमिकता है। कृषि तकनीकों, मृदा स्वास्थ्य, फसल सुरक्षा, पशुपालन एवं आधुनिक सिंचाई तंत्र की जानकारी के साथ-साथ किसानों को सरकारी योजनाओं से जोड़ने के प्रयास किए जा रहे हैं।मेले के दौरान विभिन्न विशेषज्ञों द्वारा खरीफ–रबी फसलों की गुणवत्ता वृद्धि, उत्पादकता में सुधार, प्राकृतिक खेती, बाजरा एवं अन्य मोटे अनाजों के महत्व, फसल बीमा, ई-नाम, कृषक उत्पादक संगठन (एफपीओ) तथा बाजार से बेहतर संपर्क जैसे विषयों पर मार्गदर्शन दिया जाएगा।कार्यक्रम में जिले के हजारों किसानों के पहुंचने की संभावना है। मंच पर उपस्थित जिला कृषि अधिकारी अरविन्द चौधरी ने किसानों से अधिक से अधिक भागीदारी कर नई तकनीकों को अपनाने, सरकारी योजनाओं का लाभ लेने एवं कृषि को लाभकारी व्यवसाय के रूप में विकसित करने का आह्वान किया।
मेला परिसर को आकर्षक ढंग से सजाया गया है, जहां विभिन्न विभागों, कृषि उद्यमियों और संस्थानों द्वारा स्टॉल लगाए गए हैं, जो उन्नत बीज, कृषि उपकरण, जैविक उत्पाद, पशुधन प्रबंधन और मशीनरी की जानकारी उपलब्ध करा रहे हैं।जिला प्रशासन ने बताया कि इस आयोजन से किसानों की आय वृद्धि, लागत में कमी, गुणवत्तापूर्ण उत्पादन तथा बाजार से सीधा जुड़ाव सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी। कार्यक्रम में शामिल अतिथियों ने मेले के सफल आयोजन की सराहना करते हुए इसे कृषि क्षेत्र में बड़ा परिवर्तनकारी कदम बताया।किसान महोत्सव के उद्घाटन के साथ ही जिले में कृषि नवाचार एवं परंपरागत खेती को बढ़ावा देने का संदेश प्रसारित हुआ है।
