“खेलों से व्यक्तित्व और अनुशासन का होता है विकास” — कुलपति
देवल संवाददाता, आजमगढ़। महाराजा सुहेलदेव विश्वविद्यालय आजमगढ़ के तत्वावधान में आयोजित पी.एस.शूटिंग एकादमी हीरापट्टी आजमगढ़ में भव्य तरीके से आयोजित किया गया। कार्यक्रम का विधिवत आगाज विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर संजीव कुमार ने किया | अपने संक्षिप्त संबोधन में विश्वविद्यालय के मुखिया प्रोफेसर संजीव कुमार ने कहा कि पी.एस.शूटिंग एकेडमी का कार्य काफी सराहनीय है। यह सर्वविदित है कि शूटिंग का शौक पहले अभिजात्य वर्ग तक ही सीमित था, परंतु इस एकेडमी के माध्यम से मध्यम वर्ग और पिछड़े वर्ग के खिलाड़ियों को भी सीखने का पर्याप्त अवसर प्राप्त हो रहा है। वर्तमान में विश्वविद्यालय में परीक्षा चल रही है, उसके बावजूद पठन-पाठन के साथ-साथ खेल के प्रति छात्र-छात्राओं का उत्साह काबिले तारीफ है। विश्वविद्यालय की छात्र-छात्राएं खेल प्रतियोगिता के साथ-साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम और विभिन्न प्रकार के सेमिनार आयोजित कर विश्वविद्यालय को गति प्रदान कर रहे हैं। कुलपति का स्वागत खेल सचिव प्रो.प्रशांत राय ने किया और खिलाड़ियों का परिचय भी कराया।
विश्वविद्यालय के मीडिया प्रभारी ने बताया कि इस शूटिंग प्रतियोगिता में बालक बालिकाओं की प्रतियोगिता भी कराई गई, इसमें लगभग आठ महाविद्यालयों ने सहभाग किया। प्रतियोगिता के आधार पर विश्वविद्यालय की टीम का चयन किया जाएगा जो अखिल भारतीय अंतर विश्वविद्यालय प्रतियोगिता में प्रतिभाग करने सुभारती विश्वविद्यालय मेरठ जाएगी| इस प्रतियोगिता में जनपद में स्थित महाविद्यालय डी.ए.वी.पीजी कॉलेज, श्री गांधी पीजी कॉलेज मॉलटारी,अग्रसेन पीजी कॉलेज, श्री जगदीश नारायण डिग्री कालेज ,महेंद्र प्रसाद नारायण डिग्री कालेज रघुपुर, एच. एम. कॉलेज बिहुवाताल मऊ, राम सुमेर पीजी कॉलेज आजमगढ़ सहित कई कॉलेजों ने अपनी प्रतिभागिता सुनिश्चित की। विश्वविद्यालय से संबद्ध मऊ जनपद के भी कई शूटिंग प्रेमी महाविद्यालयों ने भी प्रतियोगिता में सहभाग किया।
इस अवसर पर आयोजन समिति के कई सदस्यों के अतिरिक्त क्रीड़ा सचिव प्रो.प्रशांत राय पर्यवेक्षक के रूप में प्रो.अमरजीत ने कार्यक्रम में पधारे विश्वविद्यालय के कुलपति एवं उपस्थित सभी खेल प्रेमियों के प्रति आभार व्यक्त किया |खेल प्रेमी अमित पांडे कुलपति जी के सहायक विपिन शर्मा, शिरीन बानो, रितिक सिंह की गरिमामयी उपस्थिति रही| कार्यक्रम का संचालन डॉ.युगांत उपाध्याय ने किया।