देवल, ब्यूरो चीफ,सोनभद्र। कलेक्ट्रेट सभागार में बुधवार को जिलाधिकारी बीएन सिंह ने सड़क सुरक्षा समिति की बैठक किया। इस दौरान उन्होंने नशे की हालत में वाहन चलाते पाए जाने पर संबंधित चालक का ड्राइविंग लाइसेंस निरस्त किए जाने का फरमान जारी किया। सड़कों पर तेज रफ्तार फर्राटा भरने वाले ओवरलोड वाहनों की सघन जांच कर कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
जिलाधिकारी ने कहा कि विण्ढमगंज अनपरा मार्ग पर रेडियम लाईट लगाई जाए। ट्रामा सेन्टर की सूचना से संबंधित साईनेंज बोर्ड लगाया जाए, जिससे किसी प्रकार की सड़क दुर्घटना होने पर घायल व्यक्ति को आसानी से ट्रामा सेन्टर तक पहुंचाया जा सकें। डीएम ने कहा कि विद्यालयों में बच्चों के हित में चलाए जा रहे वाहनों का प्रापर फिटनेस सुनिश्चित किया जाए और उन वाहनों पर निर्धारित संख्या से अधिक छात्र-छात्राओं को न ले जाय जाए। अधिक संख्या में छात्र-छात्राओं को ले जाते हुए कोई वाहन पाया जाता है तो उनके विरूद्ध कार्यवाही की जाए। उन्होंने कहा कि वाराणसी-शक्तिनगर मार्ग पर उपसा द्वारा एम्बुलेंस, क्रेन आदि की संख्या बढ़ायी जाए। कोहरे के दौरान वाहन चलाते समय रिफ्लेक्टर का प्रयोग करें। सड़कों से गुजरने वाले भारी वाहनों की चेकिंग की जाए, जिन वाहनों के बाडी के ढ़ाचे में परिवर्तन पाया जाए, ऐसे वाहनों को सीज करने की कार्यवाही की जाए। चार पहिया वाहन व ट्रक, हाईवा आदि वाहनों के तेज रफ्तार की निगरानी की जाए। नशे की हालत में वाहन चलाने वाले वाहनों का चालान करने के साथ ही संबंधित चालकों के ड्राइविंग लाईसेंस को निरस्त किया जाए। कहा कि दुर्घटना होने की स्थिति में घायल व्यक्ति को तत्काल नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचाने की व्यवस्था की जाए। जिससे समय रहते घायल व्यक्ति को बेहतर ईलाज मिल सके और उसका जीवन सुरक्षित हो सके। इसके लिए बेहतर कार्ययोजना स्वास्थ्य विभाग द्वारा बनायी जाए। डीएम ने एआरटीओ को निर्देशित करते हुए कहा कि गाड़ियों के फिटनेस की जांच समय-समय पर की जाए और ड्राइवरों के आंखों की जांच के लिए कैम्प लगवाया जाए। इस मौके पर यातायात सीओ डा चारू द्विवेदी, एआरटीओ राजेश्वर यादव, अधिशासी अभियन्ता पीडब्ल्यूडी शैलेश ठाकुर, अपर जिला सूचना अधिकारी विनय कुमार सिंह आदि मौजूद रहे।
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