देवल, ब्यूरो चीफ,सोनभद्र। एनएमओपीएस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सुखजीत सिंह सहित अन्य पर दर्ज एफआईआर को लेकर कर्मियों ने नगर के रामलीला मैदान में मंगलवार को विरोध प्रदर्शन किया। अटेवा महिला प्रदेश प्रभारी ने कहा कि लोकतांत्रिक देश में शांतिपूर्ण ढंग से धरना प्रदर्शन भी नहीं करने दिया जा रहा है, यह कौन सा राष्ट्रवाद है। जब दिल्ली के जंतर मंतर पर शांतिपूर्ण ढंग से पुरानी पेंशन की बहाली के लिए धरना समाप्त हो गया तो फिर पदाधिकारियों पर अनावश्यक रूप से एफआईआर करके परेशान करने की क्या आवश्यकता थी। यूटा के जिलाध्यक्ष शिवम अग्रवाल ने कहा कि सरकार का यह तानाशाही रवैया नहीं चलेगा। यदि कर्मचारी अपने हक की बात नहीं कह सकेगा तो फिर सरकार किस बात के लिए है। सरकार के विधायक, सांसद खुद पुरानी पेंशन ले रहे हैं, और कर्मचारियों की गाढ़ी कमाई को बाजार आधारित स्कीम में फसाया जा रहा है। मंडलीय मंत्री रामगोपाल यादव ने कहा कि पुरानी पेंशन हमारा संवैधानिक अधिकार है और सरकार इसे हम कर्मचारियों को एफआईआर दर्ज कराकर डरा नहीं सकती। बबिता सिंह ने कहा कि आज हम सब शिक्षक, कर्मचारी सिर्फ संकेतात्मक रुप से इकट्ठा होकर सरकार को समझाने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन यदि सरकार ने जल्द ही अपने रवैए में परिवर्तन नहीं किया तो सड़क से लेकर सदन तक कर्मचारी आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे। इस मौके पर राजकुमार मौर्य, कमलेश सिंह, सर्वेश तिवारी, उमा सिंह, सुरेन्द्र नाथ वर्मा, विनोद कुमार, मनोज कुमार, बीएन सिंह, राममूर्ति, सौरभ, गौरव, संतोष, लक्ष्मण, प्रीति, वर्तिका, सुनीता, ममता, निशा मालवीय आदि मौजूद रहे।
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