कृष्ण, देवल ब्यूरो, अंबेडकर नगर ।पंडित राम लखन शुक्ला राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, आलापुर में मंगलवार को स्टूडेंट पुलिस एक्सपेरिएन्शियल लर्निंग कार्यक्रम का भव्य शुभारंभ हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. वीरेन्द्र कुमार मौर्य ने की। उन्होंने इस पहल को विद्यार्थियों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि शिक्षा के साथ-साथ सुरक्षा, कानून और सामाजिक उत्तरदायित्व की समझ भी युवाओं में विकसित की जानी चाहिए।
उन्होंने कहा कि ऐसा प्रशिक्षण छात्रों को वास्तविक परिस्थितियों का अनुभव कराता है और उन्हें भविष्य में सजग, अनुशासित एवं जिम्मेदार नागरिक बनने की दिशा में प्रेरित करता है।भारत सरकार के युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय तथा राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) इकाई के संयुक्त तत्वावधान में तथा अम्बेडकर नगर पुलिस के सहयोग से आयोजित इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में विद्यार्थी शामिल हुए। प्रशिक्षण सत्र का उद्देश्य छात्रों को पुलिस कार्यप्रणाली, कानून-व्यवस्था और नागरिक सुरक्षा के व्यावहारिक पहलुओं से परिचित कराना रहा।कार्यक्रम के दौरान विशेषज्ञ पुलिस अधिकारियों ने छात्रों को साइबर सुरक्षा, महिला सुरक्षा, यातायात नियमों, नशा उन्मूलन, बाल संरक्षण कानून तथा सामाजिक अपराधों की रोकथाम जैसे विषयों पर विस्तार से प्रशिक्षण दिया।जहांगीरगंज थाने के उपनिरीक्षक जेपी सिंह, अनुज यादव और यामिनी वर्मा की टीम ने जानकारी देते हुए छात्रों को बताया कि किन परिस्थितियों में कौन-सी कानूनी सहायता उपलब्ध होती है और आपात स्थितियों में किस प्रकार पुलिस से संपर्क किया जा सकता है। उन्होंने हेल्पलाइन नंबरों, ऑनलाइन शिकायत प्रणाली और त्वरित सहायता प्रक्रिया के बारे में भी विस्तृत जानकारी दी।उपनिरीक्षक जेपी सिंह ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि पुलिस और नागरिकों का रिश्ता सहभागिता और विश्वास पर आधारित होना चाहिए। उन्होंने छात्रों से ‘पुलिस मित्र’ बनने की अपील की और कहा कि सकारात्मक सोच और उचित मार्गदर्शन के माध्यम से युवा समाज में महत्वपूर्ण बदलाव ला सकते हैं। एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी एवं जिला नोडल अधिकारी डॉ. कौशल किशोर यादव ने प्रशिक्षण कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की। उन्होंने कहा कि इस तरह की गतिविधियाँ छात्रों में अनुशासन, नेतृत्व क्षमता, टीम भावना और जागरूक नागरिकता के गुणों को मजबूत करती हैं।वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ. जितेंद्र बहादुर सिंह ने पुलिस विभाग के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि छात्रों को व्यावहारिक अनुभव प्रदान करने का यह प्रयास शिक्षा के क्षेत्र में एक सराहनीय कदम है।कार्यक्रम में बी.एम. मेमोरियल पीजी कॉलेज ककरही किशुनपुर माडरमऊ और सिंगारी देवी स्मारक पीजी कॉलेज रामनगर के बड़ी संख्या में NSS स्वयंसेवी, पुलिस अधिकारी तथा महाविद्यालय के विभिन्न विभागों के प्राध्यापक मौजूद रहे। कार्यक्रम के अंत में प्राचार्य डॉ. वीरेन्द्र मौर्य ने सभी अतिथियों को धन्यवाद ज्ञापित किया।