बसपा के वरिष्ठ नेता जयप्रकाश मौर्य की तत्परता और डॉ. एस. पी. चक्रवर्ती की मानवता से बची जान
कृष्ण, देवल ब्यूरो, अंबेडकर नगर ।क्षेत्र में मानवता और सामाजिक जिम्मेदारी की एक मिसाल उस समय देखने को मिली,जब कल देर रात्रि जहांगीरगंज विडहर मुख्य मार्ग पर एक भीषण सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल युवक को समय रहते उपचार दिलाकर उसकी जान बचाई गई। इस पूरे घटनाक्रम में बहुजन समाज पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं भावी प्रत्याशी सदस्य जिला पंचायत क्षेत्र रामनगर पूर्वी जयप्रकाश मौर्य की सक्रिय भूमिका और समाजसेवी डॉक्टर एस. पी. चक्रवर्ती की संवेदनशीलता सराहनीय रही।प्राप्त जानकारी के अनुसार अखिलेश पुत्र रामधारी, निवासी ग्रामसभा परसौली (खरगूपुर), की सड़क दुर्घटना से गंभीर रूप से घायल होकर सड़क किनारे गिर पड़े थे। हालत अत्यंत नाजुक होने के कारण मौके पर मौजूद लोग उन्हें मृत समझ बैठे और सहायता करने के बजाय तमाशबीन बने रहे। कुछ लोग वीडियो और तस्वीरें बनाते रहे, लेकिन किसी ने आगे बढ़कर मदद करने का साहस नहीं किया।इसी बीच सूचना मिलने पर बसपा के वरिष्ठ नेता जयप्रकाश मौर्य तुरंत सक्रिय हुए और बिना समय गंवाए घटनास्थल पर पहुँचे। उन्होंने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए तत्काल घायल को चिकित्सा सहायता दिलाने की व्यवस्था की और स्थानीय लोगों को सहयोग के लिए प्रेरित किया।उसी दौरान वहाँ से गुजर रहे समाजसेवी डॉक्टर एस. पी. चक्रवर्ती की नज़र घायल युवक पर पड़ी। जयप्रकाश मौर्य के सहयोग से उन्होंने तुरंत प्राथमिक उपचार शुरू किया और सीपीआर देकर घायल की स्थिति को स्थिर करने का प्रयास किया। इसके बाद एक अन्य व्यक्ति की मदद से घायल को बाइक पर बैठाकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, जहाँगीरगंज पहुँचाया गया।सूचना मिलने पर समाजसेवी रमेश मौर्य भी स्वास्थ्य केंद्र पहुँचे और उपचार में सहयोग किया। चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार के बाद घायल की गंभीर स्थिति को देखते हुए उसे 100 शैय्या संयुक्त जिला चिकित्सालय, अतरौलिया के लिए रेफर कर दिया।घटना के बाद क्षेत्र में जयप्रकाश मौर्य की संवेदनशीलता,तत्परता और सामाजिक दायित्व निभाने की भावना की व्यापक चर्चा हो रही है। वहीं डॉ. एस. पी. चक्रवर्ती की मानवीय सोच और चिकित्सकीय साहस ने यह साबित कर दिया कि सही समय पर लिया गया निर्णय किसी की ज़िंदगी बचा सकता है।स्थानीय लोगों का कहना है कि जब जनप्रतिनिधि और समाजसेवी राजनीति से ऊपर उठकर इंसानियत का परिचय देते हैं, तब समाज में सकारात्मक संदेश जाता है। यह घटना आम लोगों के लिए भी एक सीख है कि सड़क दुर्घटना के मामलों में तमाशबीन बनने के बजाय पीड़ित की मदद के लिए आगे आना चाहिए।