देवल संवाददाता, आजमगढ़ में किसान सम्मान और कृषि उन्नयन का संदेश लेकर किसान सम्मान दिवस मनाया गया। पूर्व प्रधानमंत्री स्व. चौधरी चरण सिंह जी के जन्मदिवस पर आयोजित इस कार्यक्रम में किसानों की उत्पादकता, जैविक खेती, फार्मर रजिस्ट्री और सरकारी योजनाओं के लाभ पर विशेष जोर दिया गया। जिलाधिकारी ने किसानों से तकनीक, संगठन और योजनाओं से जुड़कर आय बढ़ाने की अपील की।
आजमगढ़। जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार की अध्यक्षता में कृषि विभाग परिसर, आजमगढ़ में किसान सम्मान दिवस एवं जनपद स्तरीय रबी उत्पादकता गोष्ठी एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम पूर्व प्रधानमंत्री स्व. चौधरी चरण सिंह जी के जन्मदिवस के अवसर पर आयोजित हुआ। जिलाधिकारी ने उनके किसान हितैषी जीवन और योगदान को याद करते हुए कहा कि चौधरी चरण सिंह जी ने अन्नदाता के सम्मान और बेहतर जीवन के लिए ऐतिहासिक कार्य किए, जिनकी प्रेरणा से आज किसानों को सशक्त बनाने की पहलें चल रही हैं।
जिलाधिकारी ने सम्मानित किए गए किसानों को बधाई देते हुए कहा कि उत्कृष्ट उत्पादकता और नवाचार ही आत्मनिर्भर कृषि की पहचान है। उन्होंने किसानों से कृषि एवं संवर्गीय विभागों द्वारा लगाए गए स्टॉलों का अवलोकन कर योजनाओं, बीज, कृषि यंत्रों और तकनीकों की जानकारी लेने का आह्वान किया। एफपीओ से जुड़े किसानों को 80 प्रतिशत तक अनुदान की सुविधा की जानकारी भी दी गई।
उन्होंने जैविक खेती को बढ़ावा देने, उसके व्यापक प्रचार-प्रसार और फार्मर रजिस्ट्री अनिवार्य रूप से कराने पर बल दिया। जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि आने वाले समय में किसान सम्मान निधि, खाद-बीज सब्सिडी और ऋण जैसी सुविधाएं फार्मर रजिस्ट्री के माध्यम से ही मिलेंगी। साथ ही, सड़क सुरक्षा को लेकर जनहित में अवैध कट बंद किए जाने की घोषणा की और सहयोग की अपील की।
कार्यक्रम में 103 प्रगतिशील कृषकों/उद्यमियों को माला व अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया गया। जनपद स्तर पर प्रथम पुरस्कार ₹7000, द्वितीय ₹5000 तथा विकासखंड स्तर पर प्रथम पुरस्कार ₹2000 डीबीटी से खातों में दिया जाएगा। उप कृषि निदेशक श्री आशीष कुमार ने विभागीय योजनाओं, पराली न जलाने, तिलहनी फसलों और एफपीओ से जुड़ने के लाभ बताए। गोष्ठी में लगे आकर्षक स्टॉलों से किसानों को मौके पर लाभान्वित किया गया।