कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने बुधवार को 'वीर सावरकर अवॉर्ड' मिलने पर सफाई देते हुए कहा कि उन्हें इसके बारे में कल केरल में रहते हुए ही पता चला। साथ ही उन्होंने इसको लेकर ऐतराज भी जताया है।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए उन्होंने लिखा, "मुझे मीडिया रिपोर्ट्स से पता चला है कि मुझे 'वीर सावरकर अवॉर्ड' के लिए चुना गया है, जो आज दिल्ली में दिया जाएगा। मुझे इस घोषणा के बारे में कल केरल में पता चला, जहां मैं स्थानीय स्व-सरकारी चुनावों में वोट देने गया था।"
'यह गैर-जिम्मेदाराना रवैया'
कांग्रेस नेता ने आगे कहा, "तिरुवनंतपुरम में मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए, मैंने यह साफ किया था कि मुझे ऐसे किसी अवॉर्ड के बारे में न तो पता था और न ही मैंने उसे स्वीकार किया था और मेरी सहमति के बिना मेरा नाम की घोषणा करना ऑर्गनाइजर्स की तरफ से गैर-जिम्मेदाराना था। इसके बावजूद, आज दिल्ली में कुछ मीडिया आउटलेट्स वही सवाल पूछ रहे हैं।"
उन्होंने कहा, "इसलिए, मैं इस मामले को साफ तौर पर स्पष्ट करने के लिए यह बयान जारी कर रहा हूं। अवॉर्ड के स्वरूप, इसे देने वाले संगठन या किसी अन्य संदर्भ से जुड़ी जानकारी साफ न होने के कारण, आज मेरे इस कार्यक्रम में शामिल होने या अवॉर्ड स्वीकार करने का सवाल ही नहीं उठता।"
‘वीर सावरकर पुरस्कार’ क्या है?
समाचार एजेंसी एएनआई की अगर मानें तो वीर सावरकर इंटरनेशनल इम्पैक्ट अवॉर्ड 2025 का आयोजन 10 दिसंबर को नई दिल्ली में होगा। इसमें यह भी बताया गया कि यह कार्यक्रम एनडीएमसी कन्वेंशन हॉल में होगा और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह कार्यक्रम का उद्घाटन करेंगे और जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा भी समारोह में मौजूद रहेंगे।
