देवल संवादाता,वाराणसी। स्वर्वेद महामंदिर ट्रस्ट उमरहां की दान राशि के गबन के मामले में में ट्रस्ट के पूर्व लेखाकार विवेक कुमार जायसवाल के खिलाफ सोमवार को चौबेपुर थाने में एक और मुकदमा दर्ज किया गया। आरोपी जेल में बंद हैं। मणिपुर के थांगल बाजार, इंफाल निवासी योगेंद्र गुप्ता ने पुलिस को बताया कि वह 30 साल से विहंगम योग संत समाज से जुड़े हैं।
मणिपुर व अन्य आश्रमों की सेवा के लिए भक्तों से प्राप्त दान राशि नियमित रूप से स्वर्वेद महामंदिर ट्रस्ट में जमा कराते हैं। दिसंबर 2024 में ट्रस्ट के अकाउंट विभाग में विवेक कुमार ने वरिष्ठ कार्यकर्ता परमिंदर गुप्ता से संपर्क कर बताया कि मणिपुर की समस्त सेवा राशि अब अशोक कुमार नाम के व्यक्ति के निजी खाते में जमा की जाए।
विवेक ने 10 दिसंबर 2024 को व्हाट्सएप से एचडीएफसी बैंक का खाता नंबर भेजा और कहा कि उसका भाई अभिषेक कुमार बैंक में है, जिससे रसीद जल्द मिल जाएगी। बाद में अधिक राशि एक बार में जमा न होने पर विवेक ने 18 दिसंबर 2024 को एसबीआई बैंक का दूसरा खाता नंबर भेजा। 13 से 21 दिसंबर 2024 के बीच लगभग चार लाख रुपये अलग-अलग किश्त में नकद जमा किए गए। कुछ दिन पहले आश्रम से जारी घोषणा में खुलासा हुआ कि विवेक कुमार और उसके भाई अभिषेक ने कई भक्तों की दान राशि हड़प ली है।
जांच में पता चला कि अशोक के खाते में दान की राशि भेजने का कोई आदेश जारी नहीं हुआ था। अब तक की जांच में सामने आया है कि विवेक कुमार के खिलाफ पहले से धोखाधड़ी से संबंधित मामला दर्ज है। चौबेपुर इंस्पेक्टर अजीत कुमार वर्मा ने बताया कि विवेक कुमार जायसवाल उसके भाई अभिषेक कुमार और सहयोगी अशोक कुमार पर केस दर्ज किया गया है।
