आमिर, देवल ब्यूरो ,जौनपुर। केराकत क्षेत्र के सैदखानपुर बेलवरिया में सोमवार को शाम लगभग तीन बजे उस समय हड़कंप मच गया, जब गोमती नदी के किनारे पांच दिन पूर्व कलयुगी पिता द्वारा अपनी चौदह माह की जिन्दा नदी में फेंकी गयी बालिका का शव पानी में तैरता नजर आया। ग्रामीणों ने नदी में तैरते शव को देखकर शोर मचाया, जिसपर मौके भीड़ जुट गयी। किसी ग्रामीण की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया। गौरतलब है कि केराकत थाना क्षेत्र के ग्राम खर्गसेनपुर में विगत बुधवार की सुबह उस समय हड़कंप मच गया जब एक पिता द्वारा अपनी 18 माह की जिंदा बच्ची को नदी में फेंकने की खबर गांव में फैल गई। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और आरोपी पिता को हिरासत में लेकर मामले की जांच शुरू कर दी।बताया जाता है कि बुधवार सुबह करीब नौ बजे केराकत पुलिस को सूचना मिली कि खर्गसेनपुर निवासी अशोक विश्वकर्मा ने अपनी 18 माह की बेटी रुतबी को टड़वा स्थित गोमती नदी में फेंक दिया है। रुतबी की मां संजू विश्वकर्मा ने आरोप लगाया कि अशोक सुबह करीब सात बजे रुतबी को घुमाने के बहाने घर से निकला था। काफी देर बाद बड़ी बेटी आकांक्षा ने फोन कर घर आने को कहा तो उसने थोड़ी देर में आने की बात कही। कुछ देर बाद गांव के एक व्यक्ति ने बताया कि अशोक नदी के किनारे बच्ची के साथ देखा गया है। परिवार को शक होने लगा क्योंकि घर में तीसरी बेटी को लेकर पहले से विवाद चल रहा था। पत्नी का कहना है कि अशोक को बेटा चाहिए था और इसी को लेकर आए दिन तनाव रहता था।
कलयुगी पिता द्वारा दूध मुही को नदी की धारा में जिन्दा फेंकने की जानकारी मिलते ही पुलिस ने अशोक को मौके पर ही हिरासत में ले लिया। नदी में गोताखोरों और नाव की मदद से बच्ची की तलाश शुरू कर दी गई, लेकिन रुतबी का कोई सुराग नहीं मिल सका। लापता रुतबी तीन बहनों में सबसे छोटी थी। उससे बड़ी बहनें आकांक्षा 18 वर्ष और शिष्टि 13वर्ष तथा मां संजू का रो-रोकर बुरा हाल है। सैदखानपुर बेलवरिया गोमती नदी के किनारे अपराध निरीक्षक धनुषधारी पाण्डेय, उपनिरीक्षक आशुतोष गुप्ता, हेड काँस्टेबल राकेश सिंह, रवि सिंह समेत तमाम पुलिस कर्मी मौके पर उपस्थित शव को बरामद किया।
