देवल संवादाता,वाराणसी। मऊ जिले की चर्चित घोसी विधानसभा सीट से समाजवादी पार्टी (सपा) के विधायक सुधाकर सिंह का लखनऊ के मेदांता अस्पताल में निधन हो गया। उनके निधन से राजनीतिक गलियारों में शोक की लहर दौड़ गई है। सुधाकर सिंह के अंतिम दर्शन के लिए भारी संख्या में लोग शामिल हुए हैं। पूर्व राज्यपाल फागू चौहान अपने बेटे मधुबन विधायक राम विलास चौहान के साथ पहुंचे हैं। वहीं बढ़ती भीड़ को देखते हुए जिलाधिकारी प्रवीण मिश्र और एसपी इलामारन जी खुद मौके पर पहुंचे हैं। घोसी के अलावा मधुबन थाने की पुलिस फोर्स के साथ जगह- जगह तैनात सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की गई है। सुधाकर सिंह के बेटे डॉक्टर सुजीत ने बताया कि अन्य परिवार के सदस्यों की तरह दोहरीघाट मुक्तिधाम पर पिता का अंतिम संस्कार होगा।
विधायक सुधाकर सिंह के निधन की खबर मिलते ही मऊ के घोसी स्थित उनके आवास पर लोगों का जमावड़ा शुरू हो गया। धीरे-धीरे लोगों की संख्या बढ़ती गई।
दोपहर बाद लखनऊ से सपा विधायक सुधाकर सिंह का पार्थिव शरीर उनके आवास पर पहुंचा तो मौके पर जनसैलाब उमड़ पड़ा। सुधाकर सिंह का अंतिम संस्कार दोहरीघाट में किया जाएगा।
विधायक सुधाकर सिंह के निधन की खबर मिलते ही गाजीपुर सांसद अफजाल अंसारी भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने शोकाकुल परिवार से मिलकर उन्हें ढांढस बंधाया।
सुधाकर सिंह हाल ही में हुए उपचुनाव में अपनी जीत के कारण काफी चर्चा में थे। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रत्याशी दारा सिंह चौहान को एक बड़े अंतर से हराकर अपनी सीट बरकरार रखी थी। सुधाकर सिंह की कद्दावर नेताओं में गिनती होती थी।
सुधाकर सिंह मूल रूप से घोसी के रहने वाले थे। 2022 विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के टिकट पर घोसी सीट पर प्रबल दावेदार थे। पार्टी ने टिकट दे दिया था, लेकिन ऐन मौके पर सपा ने उनका टिकट काट दिया। उनकी जगह भाजपा छोड़कर आए दारा सिंह चौहान को प्रत्याशी बना दिया था। इस सीट पर सपा ने जीत दर्ज की थी।
सुधाकर सिंह एक अनुभवी राजनेता थे और उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन में कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया। घोसी विधानसभा क्षेत्र में उनकी गहरी पैठ थी और वे अपने क्षेत्र के लोगों के बीच काफी लोकप्रिय थे। उनके निधन से न केवल उनके परिवार को बल्कि उनके समर्थकों और पार्टी को भी एक बड़ी क्षति हुई है। वहीं उनके निधन के बाद उनके घर का पालतू तोता भी गम में डूब गया है।
