आमिर, देवल ब्यूरो ,सिद्दीकपुर, जौनपुर। स्थानीय क्षेत्र के पतहना में राजकीय होम्योपैथिक चिकित्सालय में बुधवार को वंदे मातरम के 150वीं वर्षगांठ पर विशेष आयोजन हुआ। इस मौके पर प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ सुजीत श्रीवास्तव ने कहा कि वर्ष 2025 में हमारे राष्ट्रीय गीत बंदे मातरम के 150 वर्ष पूरे हो रहे हैं। ऐसा माना जाता है कि बंकिम चन्द्र चटर्जी द्वारा रचित वंदे मातरम गीत अक्षय नवमी जो वर्ष 1875 में 7 नवम्बर को थी, पर लिखा गया था। वंदे मातरम गीत पहली बार साहित्यिक पत्रिका बंग दर्शन में उनके उपन्यास आनंद मठ के धारावाहिक प्रकाशन के एक भाग के रूप में प्रकाशित हुआ था। उस दौरान भारत बड़े सामाजिक संस्कृति और राजनीतिक परिवर्तनों से गुजर रहा था। राष्ट्रीय पहचान तथा औपनिवेशिक शासन के प्रतिरोध की चेतना बढ़ रही थी। स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान विभिन्न समुदायों संस्कृतियों और देशवासियों को एकजुट करने एवं देश भक्ति की नई चेतना जागने में इस गीत ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। कार्यक्रम सफल बनाने में फार्मासिस्ट महेंद्र मौर्य, जितेंद्र कुमार, मधुबाला यादव सहित तमाम क्षेत्रीय जनता मौजूद रहे।
राजकीय होम्योपैथिक अस्पताल पतहना में वंदेमातरम के शुभारम्भ सप्ताह पर हुई राष्ट्रीय गीत
नवंबर 12, 2025
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