देवल, ब्यूरो चीफ,सोनभद्र। टीईटी की अनिवार्यता के खिलाफ 24 नवंबर को उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के बैनर तले शिक्षक दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना प्रदर्शन करेंगे। शिक्षक संघ के नेताओं के साथ बैठक कर इस आंदोलन को सफल बनाने की योजना बनाई जा रही है। शिक्षक नेताओं को जिम्मेदारी दी गई है। सोनभद्र से 22 नवंबर को शिक्षक निजी साधन से दिल्ली के लिए कूच करेंगे। यह बातें रविवार को राबर्ट्सगंज के पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस में उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ अयोध्या के जिलाध्यक्ष / जनपद प्रभारी डा संजय सिंह ने कहीं। उन्होंने टीईटी को काला कानून बताते हुए शिक्षकों से एकजुट होकर संघर्ष करने की अपील की। कहा कि टीईटी शिक्षक संघ से जुड़े 12 संगठन अनिवार्यता के विरोध में 24 नवंबर को दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना प्रदर्शन करेगा। गेस्ट हाउस में आयोजित हुई जिला इकाई की बैठक में धरना प्रदर्शन को सफल बनाने की रणनीति तय की गई है।
डाक्टर संजय सिंह ने कहा कि यूपी सरकार इस मुद्दे पर शिक्षकों के हित में कार्य कर रही है, लेकिन केंद्र सरकार अभी तक कुछ सुनने को तैयार नहीं है। मजबूरी में शिक्षकों को आंदोलन की राह पकड़ी पड़ रही है। बैठक में उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष रविन्द्र चौधरी ने कहा कि टीईटी की अनिवार्यता जैसे काला कानून के लिए हम सभी शिक्षकों को एकजुट होकर संघर्ष करना होगा। क्योंकि वर्ष 2011 के पहले भी जब लोगों की नियुक्ति हुई थी। उस समय के सभी मापदंड पूरे करके ही नौकरी में आए। आज जिन लोगों की 25 वर्ष से ऊपर नौकरी हो चुकी है, उन लोगों को भी टीईटी पास करने के लिए बाध्य करना गलत है और इसे किसी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। बैठक में कोषाध्यक्ष विनोद, दिलीप, श्यामबिहारी मधुर, साधु, आशुतोष सिंह, नरेन्द्र सिंह, संतोष सिंह, राजेंद्र, अच्छेवर सिंह, अजय कुशवाहा, शंकर सिंह आदि मौजूद रहे।
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