देवल संवाददाता, बलिया समाजवादी पार्टी (सपा) के सांसद सनातन पाण्डेय ने रविवार को बलिया में ददरी मेला विवाद को लेकर सरकार और जिला प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि बलिया में बार-बार लोकतंत्र की हत्या हो रही है और यह एक खास वर्ग के साथ होता है। यह बातें उन्होंने सपा कार्यालय में आयोजित एक प्रेस वार्ता के दौरान कहीं।
सांसद पाण्डेय ने बलिया की स्थिति को 'लोकतंत्र का उपहास' बताते हुए कहा कि यहां व्यापारियों पर लगातार अन्याय होता है। उन्होंने आरोप लगाया कि व्यापारी दबाव में आकर आत्महत्या तक कर लेते हैं, चाहे वह गोली मारकर हो, फांसी लगाकर हो या जहर खाकर।
उन्होंने अपनी बात के समर्थन में उदाहरण देते हुए कहा कि जब समाजवादी पार्टी की सरकार थी और लक्ष्मण गुप्ता अध्यक्ष थे, तब एक घटना के बाद पार्टी ने संज्ञान लिया और दोषी को बाहर कर दिया, जबकि अध्यक्ष को सम्मान दिया गया। उन्होंने सवाल उठाया कि भाजपा सरकार में अजय कुमार समाजसेवी और वर्तमान नगर पालिका अध्यक्ष संत कुमार उर्फ मिठईलाल गुप्ता के साथ हो रहे अन्याय पर कोई भाजपा नेता आगे क्यों नहीं आया।
सांसद ने विशेष रूप से नगर पालिका अध्यक्ष संत कुमार उर्फ मिठईलाल गुप्ता का जिक्र करते हुए कहा कि उन्हें सत्ता विरोधी और बलिया प्रशासन दोनों का विरोध झेलना पड़ रहा है। उन्होंने प्रशासन पर ददरी मेला लगाने के तरीके को गलत बताया और कहा कि नगर पालिका ही मेला लगाती है।
सनातन पाण्डेय ने कहा कि विपक्ष में होने के कारण उनका अपमान हो सकता है, लेकिन भाजपा से जुड़े नगर पालिका अध्यक्ष के साथ भी अन्याय हो रहा है। उन्होंने अपनी सांसद बनने के बाद की प्रतिज्ञा दोहराई कि वे लोकतंत्र की गरिमा के साथ मजाक बर्दाश्त नहीं करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि अगर वे जिले में होते तो निश्चित रूप से दिखा देते कि मेला कैसे लगता है।
