कृष्ण, देवल ब्यूरो, अंबेडकर नगर ।भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशों के अनुपालन में मतदेय स्थलों के सम्भाजन (Rationalization) के संबंध में कलेक्ट्रेट सभागार में प्रभारी अधिकारी निर्वाचन/अपर उप जिलाअधिकारी राजेश कुमार की अध्यक्षता में मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों की बैठक आयोजित की गई।
बैठक के दौरान प्रभारी अधिकारी निर्वाचन ने अवगत कराया कि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा 1200 से अधिक मतदाताओं वाले मतदेय स्थलों का सम्भाजन एवं आलेख्य सूची का प्रकाशन 10 नवम्बर 2025 तक कर दिया गया है। जनपद में कुल 2171 बूथ बनाए गए हैं तथा इसकी सूची सभी मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों को पूर्व में ही उपलब्ध करा दी गई है। वर्तमान तक किसी भी राजनीतिक दल से कोई आपत्ति प्राप्त नहीं हुई है। राजनीतिक दलों के साथ मतदेय स्थलों के संभाजन संबंधी आपत्तियों/सुझावों पर विस्तृत विचार–विमर्श किया गया। प्रभारी अधिकारी निर्वाचन ने आश्वस्त किया कि प्राप्त सुझावों पर नियमों के अनुरूप आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी।
उन्होंने बताया कि जिला निर्वाचन अधिकारी द्वारा मतदेय स्थलों का प्रस्ताव मुख्य निर्वाचन अधिकारी, लखनऊ को 19, 20 एवं 21 नवम्बर 2025 तक भेजा जाना है। इसके पश्चात मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय द्वारा यह प्रस्ताव 24 नवम्बर 2025 तक भारत निर्वाचन आयोग को अनुमोदनार्थ प्रेषित किया जाएगा। प्रभारी अधिकारी निर्वाचन ने स्पष्ट किया कि माननीय निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार मतदेय स्थलों के निर्धारण में भौतिक सत्यापन, मतदाताओं की सुविधा, दिव्यांगजन हेतु रैम्प की उपलब्धता, दूरी की उपयुक्तता, स्थायी भवन का चयन, पारदर्शिता, तथा आयोग के सभी दिशा-निर्देशों का शत-प्रतिशत पालन किया गया है।
बैठक में सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी महेश चंद्र द्विवेदी, जिलाध्यक्ष समाजवादी पार्टी जंग बहादुर यादव, जिलाध्यक्ष भारतीय जनता पार्टी त्र्यंबक तिवारी, जिलाध्यक्ष बीएसपी सुनील सावंत, जिलाध्यक्ष अपना दल (एस) चौधरी भूपेंद्र सिंह पटेल, सांसद प्रतिनिधि अनिरुद्ध वर्मा, जिला उपाध्यक्ष आम आदमी पार्टी संदीप चौधरी, जिला उपाध्यक्ष भाजपा मनोज मिश्र, प्रदेश महासचिव कांग्रेस विशाल वर्मा आदि उपस्थित रहे।
प्रभारी अधिकारी निर्वाचन की अपील
प्रभारी अधिकारी निर्वाचन ने अंत में विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण (Special Summary Revision) 2026 के सफल एवं पारदर्शी संचालन हेतु सभी मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों से सक्रिय सहयोग प्रदान करने की अपील की। उन्होंने कहा कि मतदाता सूची के शुद्धिकरण, नाम जोड़ने, हटाने एवं संशोधन के कार्य में राजनीतिक दलों की सहभागिता अत्यंत महत्वपूर्ण है, जिससे प्रत्येक पात्र नागरिक का नाम मतदाता सूची में सम्मिलित हो सके और लोकतांत्रिक प्रक्रिया को सुदृढ़ बनाया जा सके।
