देवल संवाददाता, रवि प्रताप,मधुबन। स्थानीय तहसील क्षेत्र के दुलारी व विग्रहपुर गांव से विजयादशमी के दिन गुरुवार को गाजे-बाजे के साथ महावीरी झंडे की शोभा यात्रा निकाली गई। शोभा यात्रा में श्रद्धालुओं की भीड़ जयकारा लगाते हुए विभिन्न गांवों का भ्रमण करते हुए दुबारी मां काली मंदिर में पूजन-अर्चन के उपरांत ब्रह्मबीरा बाबा के स्थान पर पहुंची। महावीरी झंडे को जगह-जगह रोककर श्रद्धालुओं ने पूजन-अर्चन कर फूल-बतासे चढ़ाए। शोभा यात्रा में शांति व्यवस्था को लेकर पुलिस चौकस दिखी। श्रद्धालुओं के जय श्रीराम व बजरंगबली के जयघोष से पूरा क्षेत्र भक्तिमय रहा। वहीं शोभायात्रा में भक्तिगीतों की धुन पर फरूहारी नृत्य को देख लोग मनोरंजन का लुत्फ लिया।महावीरी झंडे की परम्परा सन् 1942 के स्वतंत्रता आंदोलन में ब्रिटिश हुकूमत के दांत खट्टे करने वाले दुबारी निवासी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी मु. शफी ने शुरू कराया था, जो यह परम्परा आज भी कायम है। महावीरी झंडा जुलूस दुबारी, विग्रहपुर गांव से शुरू हुआ। वहीं लोगों ने फरूहारी नृत्य का भरपूर आनंद उठाया। इस अवसर पर मुख्य रूप से दिलीप सिंह,पूर्व प्रधान प्रतिनिधि अनिल सिंह,आलोक सिंह,भूपनारायण सिंह, सत्येन्द्रनारायण सिंह,बहादुर शुक्ल, देवीदयाल ठाकुर,दीनदयाल, रामचन्द्र गोंड़,जयप्रकाश सिंह, मेवालाल मौर्य,महेश उपाध्याय, चन्द्रेश प्रताप सिंह,हितेन्द्र सिंह,सोनू ठाकुर,धनंजय,बृजेश सिंह, जालंधर गोंड़,राजेन्द्र सिंह, सर्वदानंद उपाध्याय,रामबदन मौर्य,राजेश सिंह आदि श्रद्धालु उपस्थित रहे।
