देवल संवाददाता, रवि प्रताप,मधुबन। स्थानीय तहसील क्षेत्र के ग्राम पंचायत जजौली में कई दशक पहले से चली आ रही रामलीला व मेले की परम्परा आज भी कायम है। कई दिनों से रात के समय रामलीला का मंचन के साथ ही गुरुवार को विजयदशमी के दिन गांव के रामलीला मैदान में भव्य मेले का आयोजन कर बुराई के प्रतीक रावण वध के साथ सम्पंन हुआ। इसमें श्रद्धालुओं ने राम,लक्ष्मण व सीता की आरती उतारी। रामलीला के दौरान प्रभु श्रीराम व रावण की सेना के बीच लड़ाई का दृश्य देख रहे लोगों ने बीच-बीच में जय श्रीराम का उद्घोष करते रहे। बुराई का प्रतीक रावण का वध प्रभु श्रीराम ने किया तो पूरा मेला परिसर में जय श्रीराम का जयघोष गूंजने लगा। मेला परिसर में राम व रावण का अलग-अलग मंच बनाया गया था। रावण के दरबार में राक्षसी सेना थी तो श्रीराम के दरबार में भक्तिमय संगीत की रसधारा बह रही थी। श्रद्धालुओं ने जहां प्रभु श्रीराम की आरती उतारकर जयकारा लगाते रहे। लोगों ने जहां मेले का आनंद लिया,वहीं बच्चों के लिए मेले में रंग-विरंगे खिलौने आकर्षण का केन्द्र बना रहा। मेला में शांति व्यवस्था के लिए पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद रही। मेला व रामलीला कमेटी के सदस्य मीडिया प्रभारी दुर्गविजय मल्ल (रिंकू), अजय शुक्ला,मनोज,उग्रसेन मल्ल, वशिष्ट आदि मेला में आए अतिथियों के प्रति आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर मुख्य रूप से राम नक्षत्र पांडेय,रामसेवक मल्ल,पूर्व प्रधान लकुरा नीरज मल्ल,पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि मधुबन शंकर मद्धेशिया,अजय कुमार शुक्ला,विकास मल्ल,राहुल दीक्षित, उग्रसेन मल्ल,दुर्गविजय मल्ल (रिंकू),राजीव मल्ल,मनोज शुक्ला,नरेन्द्र मल्ल,पूर्व प्रधान पप्पू मल्ल,सभासद राजकुमार राजभर आदि ग्रामीण व दूर-दराज के लोग शामिल रहे।
