देवल संवाददाता, मऊ। रामनगर पुलिस चौकी के बगल में आवारादान ग्राम मे बाढ़ आपदा से बचाव के लिए आपदा राहत टीम व एनडीआरफ और अन्य संस्थाओं द्वारा मॉक ड्रिल अभ्यास किया गया 11वीं बटालियन एनडीआरएफ के उपमहानिरीक्षक श्री मनोज कुमार शर्मा के मार्गदर्शन में एनडीआरफ गोरखपुर के उपकमांडेंट कुलदीप सिंह के नेतृत्व में घाघरा नदी में 5 तरह की आपदाओं पर मॉकड्रिल किया । उपमंडल अधिकारी राजेश अग्रवाल की अध्यक्षा में यह मॉकड्रिल आवारादान ग्राम मे दोहरीघाट के निर्माणाधीन तटबंध पर संपन्न हुई जिसमें जिला प्रशासन व एनडीआरएफ ने प्रतिभाग किया। इस मॉकड्रिल का संचालन निरीक्षक सुधीर कुमार व समन्वय आपदा विशेषज्ञ शशि गुप्ता ने किया।
एनडीआरएफ के जवानों ने प्रातः 11.45 बजे पहली ड्रिल प्रारंभ की जिसमें दर्शाया गया की घाघरा नदी में अचानक पानी बढ़ जाने के कारण 10 सिविलियन गांव में फंस गये हैं। एनडीआरएफ के जवानों ने दो बोट की मदद से उन्हें रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। इसके उपरांत दूसरे दृश्य में एक नाव मे सवार दो यात्री आपस में हाथापाई कर नदी में गिर जाते हैं और डूबने लगते हैं इस स्थिति में एनडीआरएफ की एक बोट वहां पहुंचती है और दो जवान उन डूबते लोगों को बचाते हैं इसके उपरांत उन्हें प्राथमिक चिकित्सा दी जाती है।इस ड्रिल में डूबते व्यक्ति को कैसे बचाना है व उन्हे कैसे सीपीआर देना है इसका पूर्ण प्रदर्शन जवानों द्वारा किया जाता है । इस गतिविधि में सीपीआर का वैज्ञानिक तरीका भी बताया जाता है।इसके उपरांत नदी में डूबे एक व्यक्ति की खोज एनडीआरएफ के गोताखोरों द्वारा की जाती है।चौथे दृश्य में एक सिविल बोट क्षमता से अधिक यात्रियों को ले जाते वक्त दुर्घटना का शिकार हो जाती है तब एनडीआरएफ के जवानों द्वारा त्वरित सहायता उपलब्ध कराकर डूबते व्यक्तियों को बचाया जाता है । इसके उपरांत नदी में डूब रहे एक व्यक्ति का जवानों द्वारा सफलता पूर्वक रेस्क्यू किया जाता है।एनडीआरएफ के जवानों द्वारा ग्रामीणों को घरेलू सामानों का उपयोग कर लाइफ जैकेट बनाने और जान बचाने की भी जानकारी दी गयी।पानी के पीपे और बांस से नाव व थर्माकोल और बांस के फट्टे से नाव बनाकर नदी में तैराकर दिखाया गया। इस अवसर पर गोरखपुर से आए हुए एनडीआरएफ के उप कमांडेंट कुलदीप सिंह ने ने बताया कि "जनपद बाढ़ आपदा से प्रभावित है इसलिए ग्रामीणों को बाढ़ आने से पूर्व जान माल की रक्षा का प्रशिक्षण देने के उद्देश्य से यह मॉकड्रिल आयोजित की जाती है । इससे नागरिकों का आत्मविश्वास बढ़ेगा और वह आपदा के समय स्वयं को सुरक्षित कर पायेंगे ।"
इस अवसर पर इंस्पेक्टर आरके सिंह (SHO) दोहरीघाट,लेखपाल मनीष कुमार सरोज समेत एनडीआरएफ से निरीक्षक सुधीर कुमार,उप निरीक्षक अखंड प्रताप वर्मा 30 जवानों व सैंकड़ों की संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे।