देवल संवाददाता, रवि प्रताप ,मधुबन । स्थानीय नगर पंचायत के बनियाबान तिराहा से रविवार की दोपहर बाबा विश्वकर्मा के पांचों वंशज, लोहार,बढ़ई, सोनार, ठठेरा व शिल्पकार समाज के लोगों ने व्यापक मंडल अध्यक्ष बब्लू ठठेरा के नेतृत्व में देव शिल्पी भगवान विश्वकर्मा की गाजे-बाजे व जयकारे के साथ भव्य शोभायात्रा निकाली गई। शोभायात्रा मधुबन बाजार,दुबारी मोड़ से होते हुए स्थित एक काजल मैरिज पहुंची। जहां सभा में तब्दील हो गई। इस दौरान विश्वकर्मा के पांचों वंशज के सैकड़ों लोगों ने देव शिल्पी के चित्र पर माल्यार्पण कर मंगल कामनाएं मांगी। देव शिल्पी एवं सृष्टि निर्माणकर्ता भगवान विश्वकर्मा के शोभायात्रा में धार्मिक उत्साह और सामाजिक एकता का अनुपम दृश्य देखने को मिला। समाज के लोगों ने भगवान विश्वकर्मा के उपदेशों पर चलने का संकल्प लिया। शोभायात्रा का जगह-जगह लोगों ने पुष्प वर्षा कर सुख-शांति की कामना किया। कार्यक्रम को मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश राज्य ललित कला एकेडमी लखनऊ डा.सुनील विश्वकर्मा,कृष्ण मुरारी विश्वकर्मा,भरत भैया,उत्तर प्रदेश,पूर्वांचल राज्य ठठेरा संघ अध्यक्ष गिरधारी लाल ठठेरा,कैलाश वर्मा संघ संचालक,त्रिपुनायक विश्वकर्मा,व्यापार मंडल अध्यक्ष बब्लू ठठेरा लव कुश विश्वकर्मा ने सम्बोधित करते कहा कि भगवान विश्वकर्मा शिल्प के देवता हैं, जिनकी कृपा से श्रमिक व उद्योगपति आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में योगदान दे रहे हैं।आत्मनिर्भर और विकसित भारत के संकल्प के साथ शोभायात्रा निकाली गई है। भगवान विश्वकर्मा की पूजा व शोभायात्रा हमें कर्तव्यनिष्ठा और सेवा भाव की प्रेरणा देता है। वहीं आयोजित भंडारे में लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता सुरेन्द्र विश्वकर्मा व संचालन बब्लू ठठेरा ने किया। इस अवसर पर मुख्य रूप से डा.अरविन्द विश्वकर्मा,सुजीत शर्मा,जितेन्द्र विश्वकर्मा,शिवमोहन ठठेरा,कपूर चंद वर्मा,आशीष बढ़ई,सुभाष,जैनेन्द्र प्रजापति,सोनू,सुबोध चन्द, दीपू,धर्मेन्द्र ठठेरा,शारदा ठठेरा, अमरजीत,शेषनाथ आदि उपस्थित रहे।