अभाविप की जीत पर आजमगढ़ में जश्न, राष्ट्रवाद को मिला Gen Z का समर्थन
देवल संवाददाता, दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (DUSU) चुनाव 2025 में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने एक बार फिर अपना परचम लहराते हुए अध्यक्ष, सचिव और संयुक्त सचिव जैसे महत्वपूर्ण पदों पर शानदार जीत दर्ज की है। यह जीत न केवल संगठन की छात्र हितों के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि आज की युवा पीढ़ी, विशेषकर Gen Z, राष्ट्रवादी विचारधारा के साथ कदम से कदम मिलाकर चल रही है।
अभाविप के पैनल में से अध्यक्ष पद पर आर्यन मान, सेक्रेटरी पद पर कुणाल चौधरी और ज्वाइंट सेक्रेटरी पद पर दीपिका झा को भारी मतों से जीत दिला कर दिल्ली विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों ने यह साबित कर दिया है कि दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्र अब उन संगठनों को नकार चुके हैं जो जातिगत राजनीति के माध्यम से समाज को बाँटते हैं और छात्र हितों की अनदेखी करते हैं। यह जीत छात्र राजनीति में एक नई सोच और सकारात्मक परिवर्तन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस ऐतिहासिक सफलता पर देशभर के राष्ट्रवादी संगठनों, बुद्धिजीवियों और युवाओं ने शुभकामनाएं दी हैं। भारत के गृह मंत्री श्री अमित शाह सहित कई राष्ट्रीय नेताओं ने भी अभाविप के कार्यकर्ताओं को बधाई दी है और इसे राष्ट्रवादी छात्र राजनीति की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि बताया है।
आजमगढ़ के अभाविप कार्यकर्ताओं ने भी इस जीत का जश्न अग्रसेन चौक पर धूमधाम से मनाया, कार्यकर्ताओं ने विजय उत्सव मनाया और छात्रों के बीच मिठाई बांटकर इस ऐतिहासिक उपलब्धि को साझा किया। साथ ही, छात्रों को संबोधित करते हुए कार्यकर्ताओं ने छात्र हितों की रक्षा, शिक्षा सुधार और राष्ट्रवाद के मूल्यों को आगे बढ़ाने के लिए अपने संकल्प को दोहराया।
नगर मंत्री आदित्य गुप्ता ने कहा कि दिल्ली विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों ने इस चुनाव में स्पष्ट संदेश दे दिया है कि अब छात्र राजनीति को जातिगत आधार पर बाँटकर अपनी रोटियाँ सेंकने वालों की कोई जगह नहीं है। इस ऐतिहासिक फैसले के माध्यम से छात्रों ने विभाजनकारी राजनीति को सिरे से नकारते हुए उस विचारधारा का समर्थन किया है जो छात्र हितों, शिक्षा की गुणवत्ता और राष्ट्र निर्माण को प्राथमिकता देती है। छात्र अब अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के साथ कदम से कदम मिलाकर आगे बढ़ रहे हैं
तहसील संयोजक मुदित सिंह ने कहा कि दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की ऐतिहासिक जीत यह दर्शाती है कि देश का युवा अब जातिवाद, तुष्टीकरण और विघटनकारी राजनीति को पूरी तरह से नकार चुका है। आज की पीढ़ी राष्ट्र प्रथम की भावना के साथ आगे बढ़ रही है, और यह जीत उसी राष्ट्रवादी चेतना का प्रतिफल है।अभाविप ने हमेशा 'छात्र शक्ति को राष्ट्र शक्ति' में परिवर्तित करने का कार्य किया है, और यह विजय उसी संकल्प की सिद्धि का प्रतीक है।
उक्त अवसर पर आदित्य गांधी, सत्यम राव, प्रियांशु गुप्ता, अमन, समर प्रताप सिंह, प्रीतम वर्मा, अमर सिंह राठौड़, कृपामणि तिवारी, गौरव शर्मा, सक्षम गुप्ता, महर्षि निषाद, अनुराग गिरी, अग्निवेश प्रताप सिंह आदि कार्यकर्ता उपस्थित रहें।