देवल संवाददाता, आजमगढ़। शहर से सटे कोलघाट समेत कई निचले इलाकों में मच्छरजनित संक्रामक रोगों के बढ़ते प्रकोप के रोकथाम को लेकर प्रयास सामाजिक संगठन आगे आया। संक्रामक रोगों के खिलाफ विभागीय कार्यो को कागजी बताते हुए मंगलवार को एक प्रतिनिधिमंडल डीएम को संबोधित ज्ञापन जिला प्रशासन को सौंपा और अतिशीध्र युद्धस्तर पर रोकथाम के व्यापक कदम उठाने की मांग की।
आजमगढ़ मण्डल अध्यक्ष राणा बलवीर सिंह ने कहाकि तीन तरफ नदियों से घीरे आजमगढ़ शहर के नीचले इलाके में आने वाले कोलघाट, कोल बाजबहादुर आदि के लोग प्रशासनिक उदासीनता के चलते इन दिनों में नारकीय स्थिति का सामना करने को विवश है। इन इलाकों में जगह-जगह नालियों का दूषित पानी और बरसात के पानी का ठहराव होने से मच्छरजनित रोग का संक्रमण है। हालत है कि अधिकांश घरों के लोग डेगू रोग से संक्रमित है। तमसा नदी के बांध से सटे इस घनी आबादी वाले आवासीय क्षेत्र के बावजूद यहां पर न तो किसी प्रकार का कोई दवा छिड़काव हुआ न ही नालियों की साफ-सफाई ही समय से की गई। कागजी कोरमपूर्ति और विभागीय उदासीनता के चलते लोग बीमार हो रहे है इसीलिए प्रयास टीम ने क्षेत्र के लोगों से मुलाकात कर जिला प्रशासन तक उनकी समस्या पहुचाने का काम किया है। उन्होंने बताया कि इन लोगों में खुली नालियां व नाला बजबजा रही हैं, जिसमे आवारा पशु को डेरा है और मच्छररोगों की संख्या में बढ़ोत्तरी होती चली जा रही है। जिससे स्थानीय लोगों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर पड़ रहा।
केंद्रीय अध्यक्ष रणजीत सिंह ने कहाकि हजारों की आबादी वाले इन इलाकों में नाला-नालियों की साफ-सफाई और दवाईयांं का छिड़काव कराया जाना आवश्यक है। प्रयास ने जनसरोकार के विषय पर संज्ञान दिलाया है। आवश्यक कार्यवाही शीध्र नहीं की गई तो डेंगू का बढ़ता प्रकोप महामारी का रूप ले सकता है। उन्होंने अतिशीध्र स्वास्थ्य विभाग की टीमें और साफ-सफाई के बावत आवश्यक दिशा-निर्देश देने की मांग करते हुए निरकुंश टीमों की समीक्षा कर उन्हें दंडित किये जाने की बात कहीं। इस अवसर पर इंजी सुनील यादव, राजीव शर्मा, शिवप्रसाद पाठक, हरिश्चन्द्र, इंजी अमित यादव, हंसराज आदि मौजूद रहे।