ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान को धूल चटाने के बाद भारतीय सेना ने बड़े पैमाने पर ब्रह्मोस सुपरसोनिक मिसाइल का ऑर्डर दिया है। भारत-रूस संयुक्त वेंचर के तहत यह मिसाइल बनाई जाएंगी।
समाचार एजेंसी एएनआई वरिष्ठ रक्षा सूत्रों के हवाले से बताया कि जल्द ही इसे लेकर सेना की हाई लेवल बैठक हो सकती है, जिसमें इस डील को मंजूरी मिल सकती है।
4 दिन में घुटनों पर आया पाकिस्तान
इसके तहत भारतीय नौसेना और वायुसेना को बड़ी संख्या में ब्रह्मोस मिसाइल मिल सकती हैं। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान ब्रह्मोस मिसाइल ने पाकिस्तान में जमकर तबाही मचाई थी। पाकिस्तान के एअर बेस ध्वस्त करने से लेकर सेना की छावनियों को मिट्टी में मिलाने के लिए भारतीय सेना ने ब्रह्मोस का ही इस्तेमाल किया था। ब्रह्मोस की मार झेलने के बाद महद 4 दिन में पड़ोसी मुल्क ने हाथ खड़े करते हुए सीजफायर की गुहार लगाई थी।
ब्रह्मोस से लेस होंगे लड़ाकू विमान-पनडुब्बियां
जानकारी के अनुसार, नौसेना अपनी वीर क्लास की पनडुब्बियों को ब्रह्मोस मिसाइलों से लेस करेगी। वहीं, भारतीय वायुसेना रूस में बने सुखोई-3 MKI लड़ाकू विमानों में अतिरिक्त ब्रह्मोस मिसाइलों को तैनात करेगी।
पीएम मोदी ने की थी तारीफ
हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ऑपरेशन सिंदूर के दौरान स्वदेशी हथियारों की तारीफ की थी। पीएम मोदी ने कहा-
लश्कर का मुख्यालय तबाह किया
ऑपरेशन सिंदूर के समय पाकिस्तान के पंजाब में स्थित लश्कर-ए-तैयबा का मुख्यालय तबाह करने के लिए भारतीय सेना ने ब्रह्मोस मिसाइलें दागी थीं। इस दौरान न सिर्फ लश्कर का मुख्यालय मिट्टी में मिल गया बल्कि कई आतंकी भी ढेर कर दिए गए थे।