कृष्ण, देवल ब्यूरो, अंबेडकर नगर ।जनपद में सहकारी समितियों की पारदर्शिता पर एक बार फिर सवाल खड़े हो गए हैं। ताज़ा मामला खाद्य संघ से जुड़ा है, जहां वास्तविक लाभार्थियों को दरकिनार कर किसी और व्यक्ति को लाभ दिए जाने का गंभीर आरोप सामने आया है।सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार, सहकारी समिति के माध्यम से मिलने वाले किसानो को खाद कुछ खास लोगों को प्राथमिकता देकर वितरित करने का मामला सामने आ रहा है, जबकि असली पात्र लोग प्रक्रिया से बाहर रह गए। ग्रामीणों का कहना है कि समिति की कार्यशैली अपारदर्शी और पक्षपातपूर्ण हो चुकी है।
*किसका लाभ, किसको दिया गया?*
खाद मिलने वाले खाद्यान्न का वितरण सहकारी समितियों के माध्यम से होता है। लेकिन इस मामले में आरोप है कि लाभ एक ऐसे व्यक्ति को दिया गया है, जो दूसरे को दिए जाने के लिए बताया जा रहा है वहीं जिन किसानों को यह लाभ मिलना चाहिए, उन्हें पूरी तरह नजरअंदाज कर दिया गया है। यह प्रक्रिया और कहीं की नहीं बसखारी सहकारी संघ की है।
इस मामले में जानकारी प्राप्त करने के लिए कर्मचारी से वार्ता की गई तो बताया गया स्टॉक में 12 बोरी है जिसको सुनते नहीं दिखाया जा सकता परंतु मीडिया कर्मी द्वारा जब इस पर सवाल किया गया तो वह गुमराह करता हुआ नजर आया जिसकी ऑडियो मीडिया कर्मी के पास पूर्ण रूप से सुरक्षित है।