कृष्ण, देवल ब्यूरो, अंबेडकर नगर ।आयुर्वेद विज्ञान के अनुसार स्वर्णप्राशन के कई लाभ हैं जो आपके बच्चे को स्वस्थ बनाने के साथ-साथ मेधावी, तेजस्वी, ऊर्जावान और बलवान बनाने में मदद करते हैं।
● स्वर्णप्राशन संस्कार के पालन से बालक की बुद्धि, मन, बल एवं पाचन शक्ति में तेजस्व की वृद्धि होती है।
● प्रतिदिन स्वर्णप्राशन का सेवन अगर किसी अच्छे आयुर्वेदिक चिकित्सक की देखरेख में किया जाये तो बच्चा तेजस्वी बनता है।
● 6 माह तक नियमित सेवन से बच्चे की स्मरण शक्ति में बढ़ोत्तरी होती है। बच्चा जो बातें सुनता है उसे वह हमेशा याद रहती है।
● रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि होती है अर्थात सामान्य बच्चों की तुलना में वह बच्चा जल्दी बीमार नहीं होता है।
● शारीरिक शक्ति में वृद्धि होती है ।
● मानसिक एवं शारीरिक विकास होने से बालक होशियार और बुद्धिमान बनता है।
● पाचन तंत्र मजबूत होता है।
स्वर्णप्राशन से बैक्टीरियल और वायरस संक्रमण से आसानी से बचा जा सकता है।
● महामारी एवं मौसमी बीमारियों से बच्चों के स्वास्थ्य का ख्याल रखता है।
● बच्चा सुन्दर और बलशाली बनता है।