देवल संवादाता,वाराणसी।जगद्गुरु शंकराचार्य ज्योतिष्पीठाधीश्वर स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती अपना 23वां चातुर्मास व्रत अनुष्ठान पूर्ण करने काशी से सड़कमार्ग द्वारा बाबतपुर पहुंचे, फिर हवाई यात्रा कर मुंबई रवाना हुए। इस दौरान भारी संख्या में भक्तों व संतों ने पुष्पवर्षा कर जयघोष किया। भक्तों के प्रार्थना पर श्रीविद्यामठ से शंकराचार्य जी महाराज पालकी पर सवार होकर कुछ दूर तक गए।
मीडिया प्रभारी संजय पांडेय ने बताया कि पहलगाम आतंकी हमले में 26 लोगों के मारे जाने से मर्माहत स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद अपना समस्त कार्यक्रम दो महीने के लिए स्थगित कर काशी आए। मनुस्मृति पर व्याप्त भ्रांतियों को दूर करने व उसके महत्व को निरूपित करने के लिए मनुस्मृति पर व्याख्यान दिया।
साथ ही मीडिया प्रभारी संजय पांडेय ने बताया कि शंकराचार्य के मुंबई में आहूत चातुर्मास व्रत के दौरान विविध धार्मिक अनुष्ठान आयोजित होंगे। पहले 9 जुलाई को मध्याह्न 3 बजे वझिरा गणेश मंदिर बोरीवली से दिव्य भव्य कलश यात्रा व शोभा यात्रा निकाला जाएगा। जिसमें भारी संख्या में मुंबई वासियों सहित पूरे देश से उपस्थित भक्त व संत सम्मलित रहेंगे।
चातुर्मास व्रत के दौरान नित्य प्रातः 108 विशेष शिवलिंगों का अभिषेक किया जाएगा। वेदांत वर्ग का आयोजन होगा। शाम को भक्तों के लिए शंकराचार्य जी महाराज का प्रवचन होगा। इसके अलावा दिनभर पूजन अर्चन-भजन कीर्तन चलता रहेगा। चार्तुमास व्रत पर्यंत श्री गोप्रतिष्ठा महायज्ञ होगा, जिसमें 33 करोड़ आहुति डालने का संकल्प लिया गया है।
शंकराचार्य जी महाराज के प्रस्थान के दौरान साध्वी पूर्णाम्बा दीदी, ब्रम्ह्चारी परमात्मानंद, प्रभुदत्त शुक्ला, रमेश उपाध्याय, सतीश अग्रहरी, आशीष गुप्ता, किशन जायसवाल, जयफणी वर्धन, दीपेंद्र सिंह, रामचन्द्र सिंह सहित बड़ी संख्या में संत व भक्त उपस्थित थे।