सीडीएस जनरल अनिल चौहान ने मंगलवार को कहा कि चीन, पाकिस्तान और बांग्लादेश के बीच हितों के संभावित गठजोड़ से भारत की स्थिरता और सुरक्षा पर गहरा प्रभाव पड़ सकता है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि भारत अब परमाणु ब्लैकमेलिंग से नहीं डरता।
उन्होंने कहा कि असल में परमाणु हथियार लड़ाई के लिए नहीं, वरना भय पैदा करने के लिए होते हैं। लेकिन भारत अब इस तरह की रणनीतियों से प्रभावित होने वाला है नहीं। उन्होंने पिछले दिनों चलाए गए 'ऑपरेशन सिंदूर' का जिक्र करते हुए कहा कि यह दो परमाणु हथियार संपन्न राष्ट्रों के बीच टकराव का एकमात्र उदाहरण है।