शिवांश, ब्यूरो चीफ, देवल ।गाज़ीपुर। केंद्र सरकार की जनविरोधी आर्थिक नीतियों और श्रमिक-विरोधी श्रम सुधारों के खिलाफ बुधवार को आयोजित राष्ट्रव्यापी हड़ताल में गाज़ीपुर के बैंक कर्मचारियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। पंजाब नेशनल बैंक शाखा पर कर्मचारियों ने प्रदर्शन कर नारेबाजी के साथ विरोध दर्ज कराया। कर्मचारियों ने सरकार की निजीकरण, विनिवेश और ठेका प्रथा को बढ़ावा देने वाली नीतियों को जनता और श्रमिकों के हितों के खिलाफ बताया। उनका आरोप है कि ये नीतियाँ संपत्ति को कुछ उद्योगपतियों के हाथों में सौंप रही हैं, जिससे महंगाई, बेरोजगारी और असुरक्षा बढ़ रही है। नए लेबर कोड्स को भी श्रमिक अधिकारों के लिए खतरा बताया गया। यूपी बैंक इम्प्लॉइज यूनियन के नेतृत्व में हुए इस प्रदर्शन में विभिन्न बैंकों के कर्मचारियों ने हिस्सा लिया। यूनियन के जिला संयुक्त मंत्री सत्येंद्र गुप्ता ने कहा कि यह संघर्ष तब तक जारी रहेगा, जब तक नीतियों में बदलाव नहीं होता। प्रदर्शन में प्रमुख रूप से पीएनबी के सत्येन्द्र गुप्ता,कमलेश सिंह, हृदय शंकर राय, शुभम, आलोक, कृष्णदेव, अंजनी, कृष्णा, तैयब, दीवान तौहीद, अशोक, बैंक ऑफ इंडिया के राम जी, शुभम जायसवाल, आशुतोष राय, संतोष रावत केनरा बैंक के सुनील कुमार इंडियन बैंक से राकेश जी, दीपक गुप्ता, बैंक ऑफ बड़ौदा के सुनील उपाध्याय व पँजाब सिंध बैंक के उमाशंकर कुमार शामिल रहे।
बैंक कर्मचारियों की हड़ताल, केंद्र की नीतियों के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन, 150 करोड़ का बैंकिंग लेनदेन प्रभावित
जुलाई 09, 2025
0
Tags