केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने माओवादियों से किसी भी तरह की बातचीत की संभावना से इनकार करते हुए कहा कि प्रतिबंधित संगठन के सदस्यों को हथियार छोड़ देना चाहिए, पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर देना चाहिए और मुख्यधारा में शामिल हो जाना चाहिए।
रविवार को तेलंगाना के निजामाबाद में हल्दी बोर्ड के राष्ट्रीय मुख्यालय का उद्घाटन करने के बाद एक रैली को संबोधित करते हुए शाह ने यह भी कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी अभी भी ऑपरेशन सिंदूर पर सवाल उठा रहे हैं। उन्हें इस ऑपरेशन की प्रभावशीलता को समझने के लिए पाकिस्तान की (खराब) हालत देखनी चाहिए।
अमित शाह ने क्या कहा?
शाह ने कहा, ''कांग्रेस केंद्र सरकार से माओवादियों से चर्चा करने के लिए कहती है। मगर, हमारी सरकार की स्पष्ट नीति हथियार रखने वालों से कोई बातचीत नहीं करने की है। हथियार छोड़ो, आत्मसमर्पण करो और मुख्यधारा में शामिल हो जाओ।''