देवल संवाददाता,मऊ। उद्यान विभाग द्वारा चलाई जा रही योजनाओं की जमीनी हकीकत देखने और व्यापकता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग उत्तर प्रदेश के निदेशक डॉ भानु प्रकाश राम द्वारा रविवार को जनपद मऊ में भ्रमण किया गया तथा विभाग द्वारा संचालित कार्यक्रमों के स्थलीय निरीक्षण के दौरान कृषकों,उद्यमियों से संवाद स्थापित किया गया। निदेशक,उद्यान द्वारा विकासखंड मोहम्मदाबाद में राम शकल के खेत पर स्थापित एक हेक्टेयर में मिनी स्प्रिंकलर सिंचाई पद्धति,कस्बा मोहम्मदाबाद में विश्वास गुप्ता के आइसक्रीम उद्योग,ग्राम भदेसरा, परदहा में अभिमन्यु सिंह के यहां राष्ट्रीय कृषि विकास योजना में आम, अमरूद की एक हेक्टेयर जमीन पर बागवानी, संतोष कुमार सिंह के यहां हेक्टेयर में मिनी स्प्रिंकलर तथा मऊ शहर में स्थित शुभ्रा चौरसिया के खल बट्टा मसाला उद्योग का अवलोकन किया गया। निदेशक द्वारा किसानों और उद्यमियों द्वारा किए जा रहे कामों की सराहना की गई तथा बताया गया कि आइसक्रीम उद्योग और मसाला उद्योग जैसे खाद्य पदार्थों से जुड़े अनेक उद्योगों पर प्रधानमंत्री सूचना खाद्य उद्योग उन्नयन योजना अंतर्गत रुपए 10 लाख तक की सब्सिडी दी जा रही है, इससे जहां एक व्यक्ति का रोजगार और उद्यम सृजित होता है वहीं प्रत्येक उद्यम से पांच से लेकर पच्चीस तक की संख्या में लोग प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार पा रहे हैं। निदेशक द्वारा जिला उद्यान अधिकारी को निरीक्षण के समय निर्देश दिया गया कि जनपद में इस वर्ष 700 से अधिक संख्या में खाद्य पदार्थ लघु उद्योगों की स्थापना कराई जाए तथा 500 से अधिक हेक्टेयर क्षेत्रफ़ल में माइक्रोइरिगेशन सिंचाई पद्धतियों में किसानों के खेतों पर 80 से 90% तक अनुदान दिलाते हुए ड्रिप सिंचाई ,मिनी स्प्रिंकलर सिंचाई और पोर्टेबल स्प्रिंकलर सिंचाई पद्धतियों को अपनाने हेतु कार्यक्रम कराया जाए। उद्यान निदेशक द्वारा अपने भ्रमण में राजकीय अलंकृत उद्यान,चंद्रभानपुर में गुणवत्तापूर्ण शाकभाजी वेहन उत्पादन हेतु स्थापित मिनी सेंटर आफ एक्सीलेंस एवं उद्यान का भी भ्रमण किया गया। उनके द्वारा उद्यान में आधारभूत सुविधाओं के विकास एवं सेंटर आफ एक्सीलेंस में गुणवत्तापूर्ण बेहन उत्पादन का भी लक्ष्य बढ़ाने का निर्देश दिया गया। जिला उद्यान अधिकारी संदीप कुमार गुप्त ने निदेशक उद्यान को अवगत कराया कि मऊ महीने में तेज आंधी में सेंटर आफ एक्सीलेंस में ऊपरी पॉलिथीन शीट फट जाने से उत्पादन प्रभावित हो सकता है जिस पर निदेशक द्वारा निर्देश दिए गए कि तत्काल धनराशि की मांग विभाग से कर सेंटर आफ एक्सीलेंस की मरम्मत एवं अन्य आवश्यक कार्यों को पूर्ण कराकर पार्क को और स्थापित बेहन उत्पादन केंद्र को व्यापक जनउपयोगी बनाया जाए। निदेशक उद्यान के निरीक्षण के दौरान अरुण कुमार यादव, योजना प्रभारी,मिथिलेश कुमार सिंह उद्यान निरीक्षक,विभागीय कर्मचारी चंद्रभान राम,सुनील कुमार गुप्त डीआरपी मनीष कुमार राय तथा बृजेश कुमार प्रसाद उपस्थित रहे और निदेशक द्वारा मौके पर दिए गए निर्देशों को धरातल पर उतारने के लिए अपनी प्रतिबद्धता निदेशक के समक्ष दोहराई गई।