देवल संवाददाता,गोरखपुर। शहर में मुर्गे की चार दुकानों पर बर्ड फ्लू का संक्रमण मिला है। खास बात यह है कि ये संक्रमण मुर्गा काटने वाले चाकू, चॉपिंग बोर्ड (मीट काटने वाला चबूतरा) और उसे धुलने वाले पानी एवं बाल्टी में मिला है। 20 मई को यह सैंपल लिया गया था, जबकि रिपोर्ट 30 को आई है।
इस बीच उन दुकानों से हजारों लोगों ने मीट खरीदा। ऐसे में आशंका है कि उन लोगों ने भी संक्रमित मीट खाया। चिड़ियाघर में बर्ड फ्लू से बाघिन शक्ति की मौत के बाद पूरे जिले में पोल्ट्री फार्म से रैंडम सैंपल लिए गए थे।
इंडियन वेटनेरी रिसर्च इंस्टीट्यूट (आईवीआरआई), बरेली से 1300 नमूनों की रिपोर्ट निगेटिव आई थी। इसी बीच शहर में मीट की दुकानों से मुर्गा, चाकू, चॉपिंग बोर्ड और पानी से सैंपल लिए गए थे।
इन्हें जांच के लिए राष्ट्रीय उच्च पशु रोग संस्थान, भोपाल भेजा गया था। रिपोर्ट आई तो चाकू, चॉपिंग बोर्ड और पानी में संक्रमण की पुष्टि हुई। लेकिन, मुर्गे में नहीं मिला।
विशेषज्ञों का कहना है कि यदि चाकू में संक्रमण मिला है इसका मतलब उससे संक्रमित पक्षी को काटा गया होगा। रिपोर्ट 10 दिन बाद आई है। यानि उसी चॉपिंग बोर्ड पर दुकानदार ने 10 दिनों तक मुर्गा काटकर बेचा है।
मुर्गा कहां से खरीदा इसकी जांच
जिन मीट की दुकानों से सैंपल लिए गए थे, वह फुटकर दुकानदार हैं। शुरुआती जांच में अभी दुकानदार यह नहीं बता पाए हैं कि उन्होंने इन मुर्गों को कहां से खरीदा था। क्योंकि, इन दुकानदारों ने मुर्गों की खरीदारी बिचौलिये के माध्यम से की थी। फिलहाल पशुपालन विभाग इसकी जांच में जुट गया है। वहीं, दूसरी तरफ चिड़ियाघर में मरे हुए कौए का भी सैंपल जांच के लिए भेजा गया था, जहां पर बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है। इससे पहले भी चिड़ियाघर में दो कौओं में बर्ड फ्लू की पुष्टि हो चुकी है।
पशु चिकित्सालय सदर में कंट्रोल रूम एक्टिव
मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. धर्मेंद्र पांडेय न बताया कि पशु चिकित्सालय सदर में कंट्रोल रूम बनाया गया है। इसकी जिम्मेदारी डॉ. मनीष चंद को दी गई है। कंट्रोल रूम का नंबर 8009251906 है। इस नंबर पर कोई भी व्यक्ति कौओं के मरे होने की जानकारी सहित पक्षियों की अधिक संख्या में एक स्थान पर मरने की जानकारी दे सकते हैं।
इसके अलावा अगर कहीं मुर्गे या मुर्गियों के अधिक संख्या में चूजे मरने की सूचना मिलती है तो इसे भी साझा कर सकते हैं। बताया कि तत्काल प्रभाव से जिला स्तरीय रैपिड रिस्पांस टीम को एक्टिव कर दिया गया है।
मीट की चार दुकानों पर चाकू, चॉपिंग बोर्ड और पानी में संक्रमण की पुष्टि हुई है। जिन इलाकों में बर्ड फ्लू पॉजिटिव मिले हैं, उन इलाकों एक किलोमीटर की परिधि में जीवित पक्षियों के कलिंग, मारने एवं विसंक्रमित करने का काम शुरू कर दिया गया है।- डॉ. धमेंद्र पांडेय, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी